काठमांडू: वज़ीरे उमूर ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने आज चीन के हम मंसब वयाइंग ई से मुलाक़ात की और 26/11 के मास्टरमाइंड ज़की अलरहमन लखवी की रिहाई पर पाकिस्तान की बे अमली के ख़िलाफ़ अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में जारी कोशिशों में चीन की जानिब से रुकावटें हाइल करने का मसला उठाया।
उन्होंने कहा कि इस तरह का तर्ज़ अमल बाहमी रवाबित में पेशरफ़त में माने होगा। नेपाल में बैन-उल-अक़वामी अतीया दहिंदगान कान्फ़्रेंस के मौक़े पर ये मुलाक़ात हुई। सुषमा स्वराज ने चीन के वज़ीर-ए-ख़ारिजा को बताया कि ज़की अलरहमन लखवी कोई आम दहश्तगर्द नहीं है।
इस ने मुंबई में दहशतगर्द हमला किया जिस में 166 से ज़ाइद अफ़राद हलाक हुए थे। उन्होंने ये मसला इस लिए भी उठाया क्यों कि चीन ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा 1267 कमेटी में ये मसला पेश किया था। सुषमा स्वराज ने कहा कि हिन्दुस्तान और चीन दोनों दहशतगर्दी का शिकार हुए हैं।
अच्छे दहशतगर्द और बुरे दहशतगर्द का कोई फ़र्क़ नहीं होना चाहिए। वज़ीरे उमूर ख़ारिजा के तर्जुमान विकास स्वरूप ने बातचीत की तफ़सीलात बताते हुए कहा कि सुषमा स्वराज ने ये वाज़िह किया कि इस मामला में चीन का तर्ज़ अमल बिलकुल्लिया अलग है। उन्होंने बताया कि चीनी वज़ीर-ए-ख़ारिजा ने सुषमा स्वराज पर वाज़िह किया है कि चीन हर तरह की दहशतगर्दी की मज़म्मत करता है और वो इस मामले का जायज़ा लेगा।