नई दिल्ली ०२ दिसम्बर( पी टी आई ) गुजरात के बाद आज आंधरा प्रदेश हुकूमत सुप्रीम कोर्ट की कड़ी नज़रों में आगई कि इस ने अपने ऐसे पुलिस ओहदेदारों को बचाया जो मुबय्यना तौर पर इस मुक़ाम पर मौजूद रहे जहां सुहराब उद्दीन शेख़ को फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक कर दिया गया ।
जस्टिस आफ़ताब आलम और जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई की बंच ने कहा कि आंधरा प्रदेश की तरफ़ से दानिस्ता कोशिश हुई कि सी बी आई को मालूमात फ़राहम ना की जाएं जो इस केस की तहक़ीक़ात कर रही है । मालूमात को दबाने की एक दानिस्ता कोशिश हुई है , बंच ने ये रेमार्क करते हुए निशानदेही की कि वो रजिस्टर जो पुलिस ओहदेदारों की नक़ल-ओ-हरकत के रेकॉर्ड्स रखता है उसे तहक़ीक़ाती इदारे के हवाले नहीं किया गया ।
आंधरा प्रदेश पुलिस के ओहदेदारों ने कहा था कि ये रजिस्टर जिस में इस मुक़ाम पर मौजूद रहने वाले इस के ओहदेदारों की डयूटी का इंदिराज हुआ , ग़ायब है । अदालत का ये रेमार्क ऐसे वक़्त सामने आया जबकि साबिक़ सालीसीटर जनरल गोपाल सुब्रामणियम ने मुआविन के तौर पर अदालत की इआनत करते हुए ब्यान दिया कि तहक़ीक़ाती एजैंसी एन ए पी पुलिस ओहदेदारों की शनाख़्त में नाकाम हो गई जो फ़र्ज़ी एनकाउंटर में मुबय्यना तौर पर मुलव्वस हुए ।
इस केस को जिस की क़ब्लअज़ीं गुजरात पुलिस की जानिब से तहक़ीक़ात की गई ,सी बी आई के हवाले करदेने केलिए फ़ाज़िल अदालत के फ़ैसले पर उन्हों ने कहा कि रियासत अपना दस्तूरी फ़र्ज़ निभाने में नाकाम होगई । सुब्रामणियम ने इस्तिदलाल पेश किया कि इस केस में सी बी आई तहक़ीक़ात भी ग़ैर मयारी है।उन्हों ने कहा कि ये निहायत संजीदा मुआमला है ।
रियासत ने अपने फ़र्ज़ की तकमील नहीं की और सी बी आई भी इस केस में ग़लती पर ही।उन्हों ने निशानदेही की कि सी बी आई फ़र्ज़ी एनकाउंटर में मुलव्वस आंधरा प्रदेश पुलिस ओहदेदार की शनाख़्त करने में नाकाम हुई । बंच ने उन के दलायल की समाअत के बाद उन से कहा कि चहारशंबा को समाअत की अगली तारीख़ पर वो सी बी आई तहक़ीक़ात में ख़ामीयों की निशानदेही करें ।
क़ब्लअज़ीं फ़ाज़िल अदालत ने सी बी आई की इन रिमार्कस पर सरज़निश की कि गुजरात की ट्रायल कोर्टस और इस के जजस, सुहराब उद्दीन फ़र्ज़ी एनकाउंटर केस में अमीत शाह के तईं जांबदार रहे । अदालत ने कहा कि ऐसी बातें बिलकुल्लिया बकवास और तहक़ीर आमेज़ हैं ।