हिंदुस्तानी टेनिस के लेजंड खिलाड़ी विजय अमृत राज ने आज अपनी मायूसी का इज़हार करते हुए कहा कि रूस के मुक़ाम सूची में रवां गेम्स के दौरान हिंदुस्तानी एथलीट्स को क़ौमी पर्चम तिरंगा के तले मुज़ाहरा करने का मौक़ा नहीं मिला है।
सूची गेम्स में हिंदुस्तानी पर्चम की ना मौजूदगी दरअसल इंडियन ओलम्पिक एसोसीएशण (आई ओ सी) पर पाबंदी है जिस की वजह से हिंदुस्तान के तीन एथलीट्स ने इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी के झंडे तले मुज़ाहिरे कर रहे हैं। अमृत राज ने यहां चार रोज़ा कान्फ़्रेंस ब उनवान नेक्स्ट स्टेप 2014 के इफ़्तिताही सेशन से ख़िताब करते हुए कहा कि ये इंतिहाई मायूस कुन है कि हिंदुस्तानी खिलाड़ी अपने क़ौमी पर्चम तले मुज़ाहरा नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इख़ततामी तक़रीब में क़ौमी खिलाड़ी तिरंगा तले मुल्क की नुमाइंदगी कर पाएंगे।
उन्होंने मज़ीद कहा कि मैं ने हमेशा तिरंगा के तले ही मुज़ाहरा किया है और जहां भी में मौजूद रहा वहां क़ौमी तराना भी गाया गया और इस से बढ़ कर किसी खिलाड़ी के लिए फ़ख़र् का लम्हा नहीं होता।