मुंबई: सीबीआई ने आज फ़िल्मी अदाकार सूरज पंचोली की पेश करदा एक अर्ज़ी का विरोध किया है जिसमें उन्होंने बहारी मुल्क दौरे के लिए अपना पासपोर्ट वापिस कर देने की दरख़ास्त की है। फ़िल्मी अदाकार पर अपनी गर्लफ्रेंड जिया ख़ान को ख़ुदकुशी के लिए उकसाने का इल्ज़ाम है।
सीपीआई वकील हेन वेनीगाह नगर ने जस्टिस मरदोला भटकर से कहा कि अर्ज़ी पर जवाब देने के लिए एजेन्सी को वक़्त कि ज़रूरत है लेकिन उसूलन वो इस अर्ज़ी की विरोधी है। उन्होंने कहा कि सूरज पंचोली को पासपोर्ट देने पर एतराज़ है क्योंकि की जिया ख़ान कि माँ राबिया ख़ान ने एक और केस दाख़िल किया है जिसमें उन्होंने सूरज के ख़िलाफ़ कानून आईपीसी की दफ़ा 302 के तहत क़तल का इल्ज़ाम लगाया है और इस केस की एफ़बीआई तहक़ीक़ात की गुज़ारिश की है।
सीबीआई वकील ने कहा इन हालात में मुल्ज़िम को पासपोर्ट हवाले करने की सिफ़ारिश नहीं कर सकते। लिहाज़ा यहां की अदालत में अहकामात जारी करेगी। अदालत ने सीबीआई को हिदायत दी कि अर्ज़ी पर कल सुनवाई के लिए अपना जवाबी हलफनामा दाख़िल करने और इस मामले में राबिया ख़ान के वकील की दख़ल अंदाज़ी को रोक दिया और कहा कि मुल्ज़िम को पासपोर्ट की वापिस की दरख़ास्त में मुद्दई (राबिया को दख़ला देने की इजाज़त नहीं दी जा सकती।
याद रहे कि फ़िल्मी अदाकारा जिया ख़ान ने 3 जून 2013 को सब अर्बन जुहू में अपने मकान में स्लेंग फ्यान से लटक कर ख़ुदकुशी करली थी और ख़ुदकुशी के लिए उकसाने के इल्ज़ाम में उनके ब्वॉय फ्रैंड सूरज पंचोली को10 जून 2013 को गिरफ़्तार कर लिया गया था। 2 जुलाई को हाइकोर्ट ने उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया था।
जिया की माँ राबिया ख़ान ने हाइकोर्ट से रुजू हो कर अदालत की निगरानी में एक आज़ादाना एजेन्सी के ज़रिये तहक़ीक़ात की दरख़ास्त की थी और अपनी बेटी की ख़ुदकुशी ने सूरज पंचोली को इल्ज़ाम ठहराया था जिसके बाद हाइकोर्ट ने ये केस जुलाई 2014 को सीबीआई के हवाले कर दिया|