जकार्ता 27 अप्रैल: हर मुस्लमान की यह ख़ाहिश होती है कि उस का ख़ातिमा बिलख़ैर हो। इंडोनेशिया के एक मारूफ़ क़ारी शेख़ जाफ़र अब्दुर्रहमान के साथ ऐसा ही हुआ।
वह सूरे मुल्क की तिलावत कर रहे थे और जब इस आयत पर पहुंचे (तर्जुमा: वही (अल्लाह) है जिसने मौत-ओ-ज़िंदगी को पैदा किया ताकि तुम्हें आज़माऐ कि तुम में से कौन अच्छे अमल करता है। वह ज़बरदस्त और बख़शने वाला है)
उनकी रूह परवाज़ कर गई। वज़ीर समाजी उमूर भी इस प्रोग्राम में मौजूद थे। जिसे सीधे टेलीकास्ट किया जा रहा था। चार मिनट की यह वीडीयो कल्पि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। कई लोगों ने उनकी मौत को काबिले रशक क़रार दिया और एक दूसरे को ख़ातिमा बिलख़ैर की दुआ की।