सूफ़ी फेस्टीवल में गुलूकारा आबिदा प्रवीन ने समां बांध दिया

सूफ़ी म्यूज़िक फेस्टीवल जो मुग़ल बादशाह हुमायूँ के मक़बरे के क़रीब मुनाक़िद किया गया था, वहां पाकिस्तानी सूफ़ी गुलूकारा आबिदा प्रवीन ने समां बांध दिया। याद रहे कि गुज़श्ता 9 साल से सूफ़ी म्यूज़िक फेस्टीवल का सिलसिला जारी है और आबिदा प्रवीन बिलानागा इसमें शिरकत करती रही हैं।

उन्हों ने कहा कि सूफ़ी म्यूज़िक में कोई तफ़रीक़ या इमतियाज़ नहीं है। ये म्यूज़िक सबके दिलों पर यकसाँ असर करता है। दिलों और रूहों को गरमाने वाले सूफ़ी म्यूज़िक की आज दुनिया इसलिए दीवानी है कि म्यूज़िक की समाअत के बाद सुनने वाले को ऐसा महसूस होता है जैसे वो इसके दिल की तर्जुमानी कर रहा है और सुनने वाला ख़ुद को ख़ालिक़ हक़ीक़ी से क़रीबतर महसूस करता है। सूफ़ी अज़म का कोई मज़हब नहीं है और ना ही ये सरहदों का पाबंद है।