हैदराबाद 26 मार्च: हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी मुआमले में क़ौमी इन्सानी हुक़ूक़ कमीशन ने अज़खु़द कार्रवाई करते हुए हुकूमत तेलंगाना , वज़ारत फ़रोग़ इन्सानी वसाइल हैदराबाद पुलिस को नोटिस जारी की और अंदरून एक हफ़्ते जवाब दाख़िल करने की हिदायत दी है।
क़ौमी इन्सानी हुक़ूक़ कमीशन ने ज़राए इबलाग़ में शाय इत्तेलाआत पर सख़्त नोट लेते हुए मज़कूरा मह्कमाजात नोटिस जारी करते हुए कहा कि यूनीवर्सिटी आफ़ हैदराबाद में एमरजेंसी जैसी सूरते हाल पैदा हो चुकी है जहां पानी , बर्क़ी , गज़ा-ए-और इंटरनेट-ओ-एटीएम जैसी सहूलतें मस्दूद कर दी गई हैं।
कैम्पस के अंदर भारी पुलिस जमईयत ताय्युनाती तलबा के साथ पुलिस के ग़ैर इन्सानी सुलूक की ख़बरों पर क़ौमी इन्सानी हुक़ूक़ कमीशन ने तशवीश का इज़हार करते हुए कहा कि वज़ारत फ़रोग़ इन्सानी वसाइल, चीफ़ सेक्रेटरी हुकूमत तेलंगाना पुलिस कमिशनर हैदराबाद को नोटिसें जारी की हैं और 25 स्टूडेंट्स की हिरासत के मुताल्लिक़ भी तफ़सीलात फ़राहम करने की हिदायत दी है।
कमीशन ने यूनीवर्सिटी इंतेज़ामीया की तरफ से इख़तियार करदा रवैये को सख़्त तसव्वुर करते हुए कहा कि पुलिस और इंतेज़ामीया ने जो रवैया इख़तियार क्या वो नाक़ाबिल-ए-क़बूल नज़र आरहा है।
इस सूरते हाल के साथ यूनीवर्सिटी में बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी को मस्दूद किए जाने की इत्तेलाआत पर सूरते हाल खराब हो चुकी है। कमीशन ने कहा कि इत्तेलाआत के मुताबिक़ कैम्पस में भारी पुलिस मुतय्यन है। स्टूडेंट्स बे-तहाशा गिरफ़्तारीयों की वजह से ख़ौफ़ और सदमे में हैं। कैम्पस में बुनियादी सहूलयात जैसे ग़िज़ा और बर्क़ी की अदम सरबराही पर ग़ुस्सा ज़ाहिर करते हुए कहा कि कोई भी इस तरह की बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी को रोक नहीं सकता।