सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड में ‘इत्तेलाअत’ की चोरी, सीबीआई जांच का मुतालबा

रांची 20 मई : सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में मालूमात की चोरी का मामला उजागर हुआ है। यूनिवर्सिटी से बगैर सरकारी इजाजत के कई ख़ुफ़िया फाइलों की जेरोक्स कॉपी गलत तरीके से कराई गई है। यह खुलासा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट में हुआ है।

सीयू के ओहदेदारों ने इसमें यूनिवर्सिटी के लोगों के शामिल होने का इलज़ाम लगाते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने का मुतालबा की है। अफसरों ने कहा कि सीयूजे में घोटाले की बात मुसलसल उठती रही है, जांच हो जाने से सब कुछ साफ हो जाएगा।

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड के रजिस्ट्रार से तहरीरी शिकायत की गई थी कि यूनिवर्सिटी के बन रहे नए कैंपस की मिट्टी की जांच रिपोर्ट गायब हो गई है। इसके साथ ही मेजरमेंट बुक और एग्रीमेंट वर्क की फाइल भी गायब है। इसकी जांच के लिए सीयूजे के सीवीओ ने एक तीन रुकन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई। कमेटी ने रिपोर्ट में बताया कि मेजरमेंट बुक फाइनांस ब्रांच में मिली, जबकि मिट्टी की जांच रिपोर्ट की फाइल भी फाइनांस ब्रांच के पास दस्तयाब थी। वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गलत तरीके से सीयूजे की फाइलों की 81,808 जेरोक्स कॉपी कराई गई।

सीबीआई जांच होनी चाहिए

“गैर कानूनी तरीके से यूनिवर्सिटी से सूचना लीक हुई है। भारी मुक्दार में गैर कानूनी तौर से सीयूजे की फाइलों की जेरोक्स कॉपी की गई है। पूरे मामले की जांच किसी एजेंसी से कराने के लिए सीयूजे तैयार है। जांच जरूरी है, तभी खुलासा होगा कि किसने ऐसा किया है। सीयूजे में घोटाले की बात पहले भी सुनने में आती रही है, जांच होगी तो सब कुछ सामने आ जाएगा।”
प्रशांत बोरा, चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर