सेकुलर वोटों की तक़सीम रोकने की कवायद

लोकसभा इंतिखाबात में झारखंड में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा के लिए कांग्रेस ने बुध को दिल्ली में हुई बैठक में पॉलिसी बनाई। रियासती कांग्रेस सदर सुखदेव भगत और विधायक दल के लीडर राजेंद्र प्रसाद सिंह ने पार्टी के क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी शरीक इत्तिहाद मामलों के सदर मधुसूदन मिस्त्री के साथ इसे लेकर तबादला ख्याल किया।

इसमें इत्तिहाद के पार्टियों के तावून से ज़्यादा से ज़्यादा सीटों पर कब्जा को लेकर गौरो खौस किया गया। यह भी तय किया गया कि पार्टी सेकुलर वोटों की तक़सीम रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेगी। इसके लिए राजद के नाम पर भी बहस हुई।

10 सीटों को निशानदेही करने की कवायद

कांग्रेस ने रियासत की उन 10 सीटों को निशान देही करने की कोशिश किया, जहां से वह अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। कांग्रेस ने लोकसभा इंतिखाबत में 10:4 के फार्मूले पर झामुमो को झारखंड में हुकूमत बनाने में मदद की है। अब कांग्रेस उन सीटों के नाम भी तय करना चाहती है, ताकि पार्टी के मुमकिना उम्मीदवार अपनी तैयारी शुरू कर सकें। कांग्रेस के पास सीटिंग एमपी सिर्फ रांची में हैं। दीगर नौ पार्लियामानी इलाकों का इंतिख़ाब कांग्रेस को करना है। बैठक में पार्टी की तरफ से रांची के अलावा धनबाद, गिरिडीह, लोहरदगा, गोड्डा, राजमहल, चतरा, खूंटी, हजारीबाग, चाईबासा वगैरह सीटों पर इंतिख़ाब लडऩे पर जोर दिया गया। हतमी फैसला झामुमो के साथ बातचीत की बुनियाद पर ही होगा।