सेक्रेट्रियट सी बलॉक से सेक्यूरिटी अमला ने सहाफ़ीयों को निकाल बाहर किया

सहाफ़ती बिरादरी के साथ ग़ैर शाइस्ता बरताव‌ करते हुए हुकूमत तेलंगाना ने सेक्रेट्रियट के सी बलॉक में सहाफ़ीयों के दाख़िले पर पाबंदी आइद करदी है। इसी बलॉक में चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ का दफ़्तर वाक़्ये है। सी बलॉक के ग्राउंड फ़्लोर पर चीफ़ पब्लिक रीलीशनस ऑफीसर के चैंबर में बैठे हुए कुछ नामनिगारों को सेक्रेट्रियट अमला ने क़दरे दुरुश्ती के साथ दोपहर वहां से बाहर किया। सेक्यूरिटी अमला ने सेक्यूरिटी वजूहात बताते हुए वहां मौजूद पाँच ता छः सहाफ़ीयों को वहां से चले जाने को कहा। ज़राए के बमूजब चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर के अमला ने इन्फ़ार्मेशन ओहदेदारों से हिदायत लेते हुए मीडीया को सी पी आर ओ के चैंबर से बाहर कर दिया। बाद में सहाफ़ीयों ने हैरत-ओ-उलझन का इज़हार किया।

रियासती हुकूमत के काम काज का मर्कज़ होने की हैसियत से सेक्रेट्रियट में कई अख़बारात-ओ-न्यूज़ चैनलों के नुमाइंदे यहां आज़ादी से नक़ल-ओ-हरकत करते हैं। यहां कई दहों से उन पर कोई पाबंदी नहीं है। साबिक़ में सेक्रेट्रियट में सहाफ़ीयों की नक़ल-ओ-हरकत पर किसी तरह की पाबंदी नहीं थी। उस वक़्त के चीफ़ मिनिस्टर वाई एस राज शेखर रेड्डी ने मीडीया पर तहदीदात आइद करने की नाकाम कोशिश की थी। राज शेखर रेड्डी को अप्पोज़ीशन जमातों और जर्नलिस्ट्स यूनियंस की तरफ से किए गए एहतेजाज के बाद मीडीया पर सेक्रेट्रियट में पाबंदीयां बरख़ास्त करनी पड़ी थीं।

वाई एस आर के जांनशीन की हैसियत से काम कनरे वाले चीफ़ मिनिस़्टरों के रोशिया और उन किरण कुमार रेड्डी ने सेक्रेट्रियट में मीडीया पर किसी तरह की पाबंदीयां आइद नहीं की थीं। सेक्रेट्रियट में मीडीया के नुमाइंदों को सी बलॉक से निकाल बाहर करने की इत्तेला आम होते ही सहाफ़ती तंज़ीमों और सियासी जमातों ने हैरत का इज़हार किया और इस इक़दाम को आमिराना क़रार देते हुए उसे आज़ादी सहाफ़त के मुग़ाइर क़रार दिया है।

अप्पोज़ीशन जमातों ने मीडीया पर तहदीदात के ख़्याल ही को मुस्तर्द कर दिया और कहा कि के चन्द्रशेखर राव‌ को कुछ ओहदेदार गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने मीडीया पर तहदीदात को दस्तूर हिंद के मुग़ाइर भी क़रार दिया। वाज़िह रहे के चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव‌ ने प्रेस एकेडेमी में मीडीया के ज़िम्मेदारों से अपनी अव्वलीन मुलाक़ात में सहाफ़ीयों के लिए कुछ एलानात किए थे।

इन में एक्रीडीशन कारडज़-ओ-दुसरे फ़लाही स्कीमात भी शामिल थीं। उसी वक़्त उन्होंने इशारा दिया था कि वो सेक्रेट्रियट में मीडीया पर मुकम्मिल इमतेना आइद करना नहीं चाहते ताहम कुछ तहदीदात का उन्होंने इशारा दिया था। समझा जाता हैके सी बलॉक के हुदूद में ग़ैरमामूली शोर-ओ-गड़बड़ को क़ाबू में करने के लिए ये इक़दाम किया गया है।