सेटविन मोती गली और पुरानी हवेली की जायदादों पर क़ानूनी रसाकशी

मुकर्रम जाह एजूकेशनल ऐंड लर्निंग ट्रस्ट की 55 हज़ार मुरब्बा गज़ अर्ज़ी के लिए सेटविन की जानिब से सिर्फ़ 30 हज़ार रुपये किराया वसूल हो रहा है। मुकर्रम जाह ट्रस्ट की जानिब से सेटविन को मोती गली के इलावा पुरानी हवेली में फ़राहम करदा जायदादें जोकि किराया पर दी गई हैं इन जायदादों का जुमला रकबा 55 हज़ार मुरब्बा गज़ है और दोनों इदारों के दरमयान क़ानूनी रसाकशी शुरू हो चुकी है।

सेटविन का क़ियाम अक़लीयती बेरोज़गार नौजवानों की तर्बीयत के लिए अमल में लाया गया था और इस इदारे की ख़िदमात में किसी किस्म की कोई दुशवारी या रुकावट पैदा ना हो इस के लिए इस मसअले को फ़ौरी तौर पर हल किए जाने की ज़रूरत है।

मुकर्रम जाह एजूकेशनल ऐंड लर्निंग ट्रस्ट के क़ानूनी उमूर के निगरान वकील मिस्टर विद्या सागर ने बताया कि ट्रस्ट की जानिब से ना सिर्फ़ सेटविन बल्कि दीगर इदाराजात को भी तख़लिया की नोटिस रवाना की गई है और सेटविन को दी गई नोटिस में इस बात की सराहत भी मौजूद है कि इदारा कीजानिब से 55 हज़ार मुरब्बा गज़ अराज़ी पर मुश्तमिल दोनों जायदादों का किराया बे इंतिहा मामूली अदा किया जा रहा है।

दोनों जायदादें जोकि शहर के मर्कज़ी मुक़ामात पर हैं इन का किराया सिर्फ़ 30 हज़ार होने के बाइस ट्रस्ट के वसाइल में इज़ाफ़ा के इमकानात मौहूम होते जा रहे हैं। उन्हों ने बताया कि जिलूख़ाना की कई मलगियात में कारोबार कर रहे अफ़राद को भी नोटिस जारी करदी गई हैं इसी लिए ये नहीं कहा जा सकता कि ट्रस्ट किसी एक इदारे या शख़्स के ख़िलाफ़ कार्रवाई में मसरूफ़ है।