कश्मीर में पत्थरबाजी के चलते जवान के शहीद होने के बाद इस मामले पर थलसेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि पत्थरबाजों के हमले से एक जवान शहीद हो गया और तब भी लोग कहते हैं कि पत्थरबाजों को आतंकियों का सहयोगी (ओवर ग्राउंड वर्कर्स) न समझा जाए।
आपको बता दे कि गुरुवार को अनंतनाग जिले में पथराव के दौरान सर पर चोट लगने से जख्मी जवान का शुक्रवार को निधन हो गया हैं। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि सिपाही राजेंद्र सिंह त्वरित प्रतिक्रिया टीम का हिस्सा थे, जो सीमा सड़क संगठन(बीआरओ) के दस्ते को गुरुवार को सुरक्षा मुहैया करा रही थी।
Jawan who lost his life after being attacked by stone pelters was guarding a border roads team which was constructing roads, and then we have some ppl saying don't treat stone pelters like OGWs(over ground workers) of terrorists: Army Chief General Bipin Rawat pic.twitter.com/uQt2nYhZAw
— ANI (@ANI) October 27, 2018
प्रवक्ता ने कहा, “जब दस्ता अनंतनाग बाइपास से शाम छह बजे गुजर रहा था, कुछ युवकों ने वाहन पर पथराव किया। पत्थर राजेंद्र सिंह के सर पर लगा।” उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया कराया गया और सेना के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन शुक्रवार को उनका निधन हो गया।
आर्मी चीफ ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान अच्छे से जानता है कि अपने मंसूबों में वह कभी सफल नहीं हो सकता।
बिपिन रावत ने कहा कि आतंक उनके लिए दूसरा रास्ता है ताकि मुद्दा गरम रहे। वह कश्मीर में विकास को रोकना चाहते हैं लेकिन भारतीय राज्य इन सबका जवाब देने के लिए मजबूत है और हम अलग-अलग ऑपरेशन चलाने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।