सेना बिन ग़ाज़ी में अमरीकीयों को बचाने में विफल रही

अमरीकी कांग्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि लीबिया के शहर बिन ग़ाज़ी में अमरीकी कौंसिल ख़ाने पर होने वाले हमले में अमरीकी फ़ौजी चार अमरीकीयों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहे थे।

बिन ग़ाज़ी में 11 सितंबर सन 2012 को होने वाले इस हमले में अमरीकी दूत क्रिस्टोफ़र स्टीवन्ज़ और दुसरे तीन अमरीकी अधिकारी मारे गए थे। रिपब्लिकन की रिपोर्ट में अमरीकी राष्ट्रपती बराक ओबामा प्रशासन को स्कियोरटी में ग़फ़लत बरतने और सन 2012 में होने वाले हमले के हवाले से सुस्त प्रतिक्रिया पर खिंचाई की गई है।

ताहम उन्हें साबिक़ अमरीकी विदेश मंत्री हलेरी क्लिन्टन के ख़िलाफ़ किसी किस्म के सुबूत नहीं मिले हैं। ये मुआमला अमरीकी सदारती उम्मीदवार हलेरी क्लिन्टन को उनकी राष्ट्रपती मुहिम के दौरान गंभीर रूप से भयभीत किए हुए है।

इस साल के शुरू में हलेरी क्लिन्टन ने कहा था कि उन्होंने इस मुआमले पर हाऊस की रिपब्लिकन कमेटी की 11 घंटे जारी रहने वाली सुनवाई के दौरान इस हमले की ज़िम्मेदारी क़बूल की थी। सेनाधिकरीयों का कहना है कि उनके पास इस हवाले से खु़फ़ीया ख़बर और सूत्र नहीं थे कि वो तेज़ी के साथ इस हमले को रोक पाते।

कमेटी की जांच पड़ताल का नतीजा सुनाते हुए चेयरमैन ट्रे गाओडी का कहना था कि उस वक़्त फ़ौरी तौर पर लीबिया की जानिब किसी को भी रवाना नहीं किया गया था जबकि दो अमरीकी इस हमले के तक़रीबन आठ घंटे के मार दिए गए।