दुबई। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि सेना ही पाकिस्तान को हर बार पटरी पर लाती है, लेकिन लोकतांत्रिक सरकारें उसे पटरी से उतार देती हैं।
मीडिया खबर मुताबिक, मुशर्रफ ने एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाहों की तारीफ करते हुए कहा कि तानाशाह हमेशा पाकिस्तान को सही रास्ते पर लाते हैं जबकि नागरिक सरकारें उसे बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ती।
उन्होंने दावा किया कि सैन्य शासन हमेशा पाकिस्तान में तरक्की लाया है। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि जो कोई भी पाकिस्तान के कल्याण के खिलाफ सक्रियता से काम करता है वह देश के खिलाफ है और उसे मार दिया जाना चाहिए।
2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे मुशर्रफ ने 1999 में अपने हस्तक्षेप का बचाव करते हुए कहा कि वह देश को बचाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि संविधान को नजरंदाज किया जा सकता है, यदि देश को बचाने की जरूरत है।
उन्होंने पाकिस्तान में सेना द्वारा नागरिक सरकारों से सत्ता अपने हाथ में लेने का बचाव करते हुए कहा कि असली विकास केवल सैन्य शासनों के दौरान हुआ। उन्होंने नागरिक सरकारों पर सैन्य शासनों के दौरान हासिल उपलब्धियों को पलटने का आरोप लगाया।
मुशर्रफ ने कहा कि सैन्य शासन हमेशा ही देश को पटरी पर लाया जबकि नागरिक सरकारों ने उसे हमेशा ही पटरी से उतारा। बता दें कि उनका ये इंटरव्यू दुबई में रिकार्ड किया गया। 73 वर्षीय मुशर्रफ मार्च 2016 में पाकिस्तान छोड़ने के बाद वहीं रह रहे हैं। मुशर्रफ देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं।