सैफ़ उल-इस्लाम क़ज़ाफ़ी गिरफ़्तार- उबूरी कौंसल

तराबल्स 20 नवंबर ( ए एफ़ पी ) लीबिया के मुतवफ़्फ़ी सदर मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के फ़र्ज़ंद सैफ़ उल-इस्लाम को कुमलक क जुनूब में गिरफ़्तार करलिया गया है । क़ौमी उबूरी कौंसल के एक सीनीयर ओहदेदार ने ये इद्दिआ किया है । कौंसल के वज़ीर इंसाफ़ मुहम्मद अलालग़वी कहा कि सैफ उल-इस्लाम को जुनूबी लबनान में गिरफ़्तार करलिया गया है । उन्हों ने मज़ीद तफ़सीलात नहीं बताइं।

सैफ उल-इस्लाम बैन-उल-अक़वामी फ़ौजदारी अदालत को मतलूब थे । और उन के ख़िलाफ़ 27 जून को वारंटस भी जारी किए गए थे । उन के ख़िलाफ़ इंसानियत के ख़िलाफ़ जराइम के इल्ज़ामात हैं। वारंटस कर्नल क़ज़ाफ़ी के ख़िलाफ़ भी जारी किए गए थे । ज़नतान ब्रिगेडस के बशीरालतीब ने कहाकि सैफ़ उल-इस्लाम को ओबरी टाउन के सहरा में गिरफ़्तार किया गया।

ये इलाक़ा जुनूबी शहर सुबहा से 400 मेल दूर है। उन्हों ने इस बात की वज़ाहत नहीं की कि सैफ उल-इस्लाम को किस तरह गिरफ़्तार किया गया लेकिन कहा कि उन्हें शहर ज़नतान को लाया गया है जो लीबिया में इन्क़िलाब पसंदों का सब से बड़ा ठिकाना है। अलतीब ने कहाकि सैफ़ उल-इस्लाम के बारे में फ़ैसला करने का इख़तियार हुक्मराँ क़ौमी उबूरी कौंसल को है।

उन्हों ने ये भी कहाकि साबिक़ एन्टली जेन्स डायरैक्टर अबदालसनोसई के बारे में हनूज़ कोई इत्तिला नहीं है। ये भी नहीं मालूम कि वो कहां पर रुपोश हैं। सैफ उल-इस्लाम मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के फ़रज़न्दों में से आख़िरी फ़र्ज़ंद हैं। वो 1972 -में पैदा हुए। सैफ उल-इस्लाम मुअम्मर क़ज़ाफ़ी और सफिया क़ज़ाफ़ी के सातवें फ़र्ज़ंद हैं।