सैफुल्लाह के पिता ने कहा : इंटरनेट और मोबाइल से बच्चों को दूर रखें अभिभावक

भोपाल-उज्जैन रेलवे विस्फोट के सिलसिले में पुलिस एनकाउंटर में सैफुल्लाह के मारे जाने के बाद लखनऊ में उनके पिता ने उसका शव लेने से मना कर दिया। उनका कहना था कि अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए और उन्हें इंटरनेट और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से रोकना चाहिए।  यदि प्रारंभिक अवस्था में सतर्कता बरती जाए तो बड़े होकर बच्चे अनुपयोगी साबित नहीं होंगे।

 

 

 

सरताज ने एएनआई से बातचीत में कहा कि माता-पिता के लिए अपने बच्चों की देखभाल आवश्यक है। उनको सभी बुराइयों को दूर करने के माता-पिता अपने बच्चों पर जरूर नज़र रखें क्योंकि वे इंटरनेट और मोबाइल फोन के कारण बिगड़ रहे हैं। मैं देख रहा हूं कि कई मुस्लिम लड़के फोन में वीडियो देख रहे हैं और अपने दिमाग का गलत इस्तेमाल कर व्हाट्सएप का उपयोग कर रहे हैं। अगर सरकार चाहे तो सख्त कार्रवाई कर सकती हैं। मुझे दृढ़ विश्वास है कि इंटरनेट लोगों के दिमाग को बिगाड़ रहा है।

 

 

सरफुल्ला ने हाल ही में अपने बेटे सैफुल्लाह को ‘गद्दार’ घोषित करने की घोषणा की थी। साथ ही कहा था कि अगर उन्हें अपने बेटे की इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की भनक होती तो वह तत्काल पुलिस को इत्तला करते। बीमारी को छिपाने का कोई मतलब नहीं है अन्यथा वह नासूर बन जाती है। सरताज ने कहा, ‘गद्दार मेरा बेटा नहीं हो सकता।