सैफ उल-इस्लाम ख़ुदसपुर्दगी के ख़ाहां

अज़हबी 27 अक्टूबर (राइटर्स) मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के फ़र्ज़ंद सैफ़ उल-इस्लाम और क़ज़ाफ़ी के बरादर-ए-निसबती‍ओ‍ इन्टॆलीजनस के साबिक़ सरबराह अबदुल्लाह अलसनोसी ने ख़ुद को जंगी जराइम की बैन-उल-अक़वामी अदालत के हवाले कर देने की तजवीज़ पेश की है।

लीबिया की क़ौमी उबूरी कौंसल में आज ये इन्किशाफ़ करते हुए कहा कि इन दोनों ने ख़ुद को दी हेग में वाक़्य बैन-उल-अक़वामी अदालत में ख़ुदसपुर्दगी का इशारा दिया है।

इस अदालत के तर्जुमान फ़ाज़ी अल-अबद अल्लाह ने कहा कि फ़िलहाल इस पेशकश की तौसीक़ नहीं हो सकी है।

जंगी जराइम की बैन-उल-अक़वामी अदालत चंद माह क़बल सैफ और उन के मरहूम वालिद के इलावा अलसीवनसी के ख़िलाफ़ चंद माह क़बल गिरफ़्तारी के वारंट जारी करचुकी थी। बावर किया जाता हीका सैफ अपने वालिद के जुमेरात को क़तल किए जाने के बाद लीबिया के जुनूबी सहरा में रुपोश हैं और नाइजर में पनाह के ख़ाहां हैं। ताहम नाइजर में इस के बदले उन से भारी रक़म का मुतालिबा किया है।