दक्षिण कोरिया के राजनितिक स्कैंडल में शामिल होने के कारण सैमसंग के लिए मुश्किलें बढ़ गयी हैं। सोमवार को दक्षिण कोरिया के विशेष अभियोजक कार्यालय ने घोषणा की कि घूसखोरी के आरोप में सैमसंग के प्रमुख जे वाई ली की गिरफ्तारी के लिए एक वारंट की मांग की जा रही है।
रायटर के अनुसार, जांचकर्ताओं ने पिछले सप्ताह लगातार २२ घंटे “ली” से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार के मामले में संदिघ्ध हैं, जिसके कारण राष्ट्रपति पार्क जउन-हए के नेतृत्व की निंदा हुई है ।
ली, जिनपर गबन और झूठी गवाही का आरोप लगा है वे बुधवार को अदालत में पेश होंगे जहाँ अदालत यह निर्णय लेगी की उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा या नहीं।
जांचकर्ताओं ने ली पर २०१५ में $ ३६४.२ लाख की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। गौरतलब है की ली ने यह रिश्वत राष्ट्रपति के दोस्त चोई सून-सील के मित्र की एक संस्था को दी थी।
विशेष ‘अभियोजन पक्ष कार्यालय ने वारंट पर निर्णय लेते हुए कहा की,” देश की आर्थिक व्यवस्ता ज़रूरी है, परंतु न्याय कायम करना प्रधानता है”, विशेष अभियोजन पक्ष के प्रवक्ता ली क्यों-चुल ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा।
रॉयटर्स का कहना है कि पार्क और चोई रिश्वत में बराबर के हिस्सेदार थे।
सैमसंग सी एंड टी कॉर्प और चैल इंडस्ट्रीज इंक का दो साल पहले हुआ $ ८ बिलियन का विलय विवादास्पद था, जिसे राष्ट्रीय पेंशन सेवा द्वारा समर्थित किया गया था। अभियोजन पक्ष का मानना है कि पार्क ने अपने सहयोगियों के माध्यम से एनपीएस अध्यक्ष मून ह्यांग-पयो को आदेश दिया की वे उस विलय का समर्थन करें । मून सत्ता के दुरुपयोग और झूठी गवाही देने के आरोप में सोमवार को दोषी पाए गए थे।
पार्क और ली ने किसी भी गलत काम में शामिल होने से इनकार किया है।