सैयद उमर जलील तेलंगाना वक़्फ़ बोर्ड के अव्वलीन ओहदेदार

तेलंगाना वक़्फ़ बोर्ड की तशकील के बाद पहले ओहदेदार की हैसियत से सैयद उमर जलील सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद ने आज जायज़ा हासिल कर लिया। उन्होंने ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़, वक़्फ़ बोर्ड की आमदनी में इज़ाफ़ा और दरकार स्टाफ़ के तक़र्रुर और उन्हें मुनासिब ट्रेनिंग देने को अपनी तर्जीहात क़रार दिया है।

सैयद उमर जलील ने आज हज हाउज़ पहुंच कर अपनी नई ज़िम्मेदारी संभाली। उन्होंने चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर के ओहदा पर मुहम्मद असदुल्लाह के तक़र्रुर से मुताल्लिक़ अहकामात पीर तक जारी करने का ऐलान किया।

सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद की हैसियत से वक़्फ़ बोर्ड की कारकर्दगी पर गहरी नज़र रखने वाले सैयद उमर जलील ने कहा कि 8 सितंबर को आंध्र प्रदेश वक़्फ़ बोर्ड की तक़सीम के बाद तेलंगाना में अभी तक जो भी फ़ैसले किए गए हैं ज़रूरत पड़ने पर उनका जायज़ा लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगरचे इस मुद्दत के दौरान बोर्ड ने शायद ही कोई फ़ैसला ऐसा क्या हो जो वक़्फ़ ऐक्ट के बर ख़िलाफ़ हो ताहम हुकूमत को इस बात का अख़तियार हासिल है और वो ज़रूरत पड़ने पर इन फ़ैसलों का जायज़ा लेगी।

वक़्फ़ बोर्ड में 40 से ज़ाइद वज़ीफ़ा याब अफ़राद के तक़र्रुरात के बारे में हुकूमत को मौसूला शिकायत का हवाला देते हुए सैयद उमर जलील ने कहा कि इन तक़र्रुरात के बारे में वक़्फ़ बोर्ड से फाईलों के साथ रिपोर्ट तलब की गई है। चूँकि वो हालिया अरसा में इलैक्शन ड्यूटी पर थे लिहाज़ा उन्हें वक़्फ़ बोर्ड से अभी तक कोई रिपोर्ट वसूल नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि इस बारे में वो वक़्फ़ बोर्ड से दोबारा रिपोर्ट तलब करेंगे। उन्होंने बताया कि वक़्फ़ बोर्ड में तजुरबाकार मुलाज़मीन की कमी और खासतौर पर अज़ला में स्टाफ़ की कमी के सबब ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ में दुशवारी पेश आ रही है। पार्लीयामेंट की मुशतर्का कमेटी वक़्फ़ बोर्ड के अख़्तियारात का जायज़ा ले रही है और इस की रिपोर्ट की बुनियाद पर अख़्तियारात फ़राहम किए जाएंगे।

इस मौक़ा पर साबिक़ ओहदेदार मजाज़ एम जे अकबर, चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर मुहम्मद असदुल्लाह, डायरेक्टर उर्दू अकेडमी प्रोफ़ेसर एस ए शकूर, जेनरल मैनेजर अक़लीयती फाइनेंस कारपोरेशन सैयद विलायत हुसैन और दूसरे मौजूद थे।