हेलीकॉप्टर से रियासत में बाढ़ का जायजा लेने निकले वजीरे आला नीतीश कुमार सूखे की मसायल से ज़्यादा फिक्रमंद दिखे। इतवार को पटना से सटे दानापुर का दियारा, भोजपुर में कोईलवर व बड़हरा, बक्सर, मगरीबी चंपारण, भागलपुर, नवगछिया, मुंगेर के सैलाब मुतासीर इलाकों का हवाई सर्वे कर लौटे वजीरे आला ने कहा कि गंगा के साहेली इलाके में बाढ़ की हालत है। लेकिन, इससे ज़्यादा सूखे की हालत भयानक है। इसके लिए रियासत हुकुयमत जरूरी कार्रवाई कर रही है।
वैसे सैलाब मुतासीर इलाकों में हुकूमत के सतह पर कार्रवाई के लिए चीफ़ सेक्रेटरी अशोक कुमार सिन्हा पीर को मुतल्लिक़ जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। पानी वसायल वज़ीर विजय कुमार चौधरी के साथ हवाई सर्वे कर लौटे वजीरे आला ने स्टेट हैंगर पर सहफ़ियों से बातचीत में कहा कि हवाई सर्वे के दौरान सूखे की जायजा ज़्यादा दिखी। यह फिक्र की बात है। बारिश कम हुई है। आगे भी अगर यही हालत रही, तो और भी खराब हालत हो सकती है। हुकूमत ने सूखे से निबटने के लिए कार्रवाई की है। किसानों को डीजल सब्सिडी दी जा रही है।
ज़्यादा-से-ज़्यादा रोपनी हो, इसकी कोशिश की जा रही है। आनेवाले दिनों में अगर बारिश होगी, तो फसलों को बचाया जा सकेगा। खेती के लिए आठ घंटे बिजली फराहमी की जा रही है। किसानों को दीगर सहूलत भी दी जा रही हैं। बीते डेढ़ महीने के दौरान बारिश नहीं होने की वजह यह हालत है। सैलाब की हालत सीमित इलाके में है। जहां भी सैलाब की हालत है, राहत और बचाव काम फौजी सतह पर चलाये जा रहे हैं। गंगा के किनारों में पानी फैल गया है। इस वजह कुछेक इलाके में सैलाब की हालत पैदा हो गयी है। दानापुर का दियारा, कोईलवर के नजदीक बड़हरा, बक्सर के कुछ इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है। मगरीबी चंपारण के कोरहिया के पास पीडीआर बांध पर दबाव बना हुआ है। इंतेजामिया के लोग बचाव काम में लगे हुए हैं। बांध अभी महफूज है।
नीतीश ने कहा कि जहां कहीं भी सैलाब का पानी फैल गया है, चीफ़ सेक्रेटरी के सतह पर मुतल्लिक़ डीएम को कहा गया है कि वे जरूरी कार्रवाई करें। राहत और बचाव काम में तेजी लाने को कहा गया है। सैलाब की मौजूदा हालत के सवाल पर उन्होंने कहा कि दियारा इलाके में गंगा का पानी फैला हुआ है, जो। गंगा का पानी की सतह बढ़ने से ऐसा होता है। सैलाब मुतासीर लोगों को ऊंचे जगह पर ले जाया जायेगा। नावों की नेज़ाम की जायेगी। महानंदा और दीगर नदियों में बाढ़ आने की वजह मशरिकी इलाके में राहत और बचाव काम चलाया गया था। दीगर इलाकों में भी अब राहत और बचाव काम चलाया जायेगा। पटना और भोजपुर के डीएम इसकी ज़ायजा कर जरूरी कार्रवाई करेंगे। अगस्त की शुरुआत है। अभी यह कहना मुश्किल है कि आगे क्या होगा। बारिश होने पर जुनूबी बिहार की नदियों का जल सतह बढ़ सकता है। जहां कहीं भी बाढ़ की हालत पैदा होगी, राहत और बचाव काम फौजी सतह पर चलाया जायेगा। सर्वे के दौरान चीफ़ सेक्रेटरी अशोक कुमार सिन्हा, सीएम के सेक्रेटरी अतिश चंद्रा समेत दीगर अफसर मौजूद थे।