सैलाब हुई भयानक, टूट रहे बांध ,फैल रहा डायरिया

उत्तर प्रदेश के घाघरा डैम से सरयुग नदी में पानी छोड़े जाने की वजह भागलपुर की गंगा पहले से भी ज़्यादा भयानक हो गयी है। इसके इंतेहाई तेज रफ्तार की वजह इस्माइलपुर का सगुनिया तटबंध और घोघा का फुलकिया बांध टूट गया है। इससे 40 हजार से ज़्यादा की आबादी मुतासीर हुई है। गुजिशता 24 घंटे में गंगा के पानी की सतह चार सेमी बढ़ गया है। इसकी वजह से गंगा खतरे के निशान से 77 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी है।

पानी वसायल महकमा की मानें तो पानी की सतह में और पांच सेंटीमीटर की अजाफ़ा का खदशा है। सुबह छह बजे गंगा का पानी की सतह 34.43 मीटर रिकॉर्ड किया गया था। उधर, बरसाती पानी की वजह चानन नदी भी उफनाने लगी है। इसकी वजह से पीर के दिन 4.30 बजे के करीब दराधी पुल टूट गया। पुल के दरमियान का तीन पाया बह जाने से नाथनगर, शाहकुंड और सुल्तानगंज ब्लॉक के एक लाख से ज़्यादा लोग मुतासीर हो गये हैं।

टील्हा कोठी में 102 मरीजों में से 70 लोग डायरिया की चपेट में आ गये हैं। डॉ नृपजीत सिंह ने भी इसकी तसदीक़ की है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 20 मरीज सर्दी-जुकाम और बाक़ी पकुआ रोग के शिकार थे। पीर के दिन 12 बजे तक 20 मरीजों का इलाज किया गया। जिसमें से 15 मरीज डायरिया के थे। जनवानों के डॉक्टर रमेश सिंह ने बताया कि पीर के दिन के 12 बजे तक पांच बीमार जानवरों को देखा गया। इसमें ज़्यादातर डायरिया से मुतासीर थे। वक़्त रहते अगर इंतेजामिया नहीं चेता, तो बाढ़ की वजह से फैल रही बीमारी वबा की शकल इख्तियार कर सकती है।