सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रेपिस्ट और क़ातिल को सजा-ए-मौत की सजा

मुंबई: मुंबई की स्पेशल वुमन कोर्ट ने जुमे के रोज़ सॉफ्टवेयर इंजीनियर ईस्टर अनुहया के कातिलों को फांसी की सजा सुनाई। सजा का एलान करते हुए स्पेशल जज रूशाली जोशी ने माना कि यह रेयरेस्ट ऑफ द रेयर मामला है। सजा पर ईस्टर के अंकल अरूण कुमार ने कहा कि खानदान इस फैसले से बेहद खुश है।

सज़ा का ऐलान होते ही मुजरिम चंद्रभान सनाप फूट-फूटकर रोने लगा। उसने मीडिया से कहा कि मुझे गलत तरीके से फंसाया गया है। मैंने कोई जुर्म नहीं किया। मुझे मौत की सजा मिलने की उम्मीद नहीं थी। मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। मुझे उस चीज की सजा दी जा रही है, जो मैंने किया ही नहीं। मैंने अपनी बेटी को नहीं देखा। आपकों बता दें कि अदालत ने 27 अक्टूबर को मुल्ज़िम चंद्रकांत सानप को रेप और क़त्ल के साथ-साथ किडनैपिंग, चोरी और सबूत मिटाने का भी मुजरिम पाया था।

पूरा मामला

23 साल की सॉफ्टवेयर इंजीनियर ईस्टर जनवरी 5, 2014 में अपने घर हैदराबाद से मुम्बई आने के बाद लापता हो गई थी। आखिरी बार उसे लोकमान्य तिलक स्टेशन पर देखा गया था। करीब 11 दिन बाद उसकी लाश कंजुमार्ग में मिली थी।

इल्ज़ाम था कि अपनी मोटरसाइकिल से उसे होस्टल तक छोडने की बात कहकर ईस्टर को विक्रोली ले गया था। उसने रास्ते में हाईवे के पास झाडियों में ले जाकर पहले उससे रेप किया और फिर क़त्ल करने के बाद पेट्रोल छिडकर लाश को जला दिया। सानप के खिलाफ सबसे अहम सबूत कुर्ला स्टेशन की वह सीसीटीवी तस्वीर थी जिसमे वह क़त्ल के कुछ देर पहले ईस्टर के साथ चलता हुआ दिख रहा था। इसके बाद मुल्ज़िम् को गिरफ्तार किया गया था।