हैदराबाद 06 नवम्बर : मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि सोच हमेशा पारदर्शी रहने कार्य योजना और रणनीति भी पारदर्शिता पर आधारित हो और उस पर स्वतंत्र प्रक्रिया ही ‘स्वच्छ आंध्र प्रदेश और स्वच्छ भारत संभव हो सकेगा। विजयवाड़ा में सफाई, महामारी और घातक रोगों का काउंटर करने के विषय पर सभी जिला कलक्टरों व मेडिकल एवं हेल्थ ऑफीसर्स के साथ टेलीफोन सम्मेलन को संबोधित में चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि समय से पहले एहतियाती कदम से उचित तरीके से चिकित्सा उपचार की सुविधाएं प्रदान के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम के जरिए संभव हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि कितने घंटे हम काम किए हैं इसके महत्व नहीं लेकिन किस हद तक अच्छा काम किया गया यह महत्वपूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो तकलीफ उठाई जाती है उसका परिणाम भी प्राप्त होना चाहिए। इसलिए सफाई में सुधार पैदा स्थानीय निकायों अधिकारी और कर्मचारी को मेहनत और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।
नायडू ने अधिकारियों से आग्रह किया कि 2017 मार्च तक राज्य में तीन हजार पंचायतें ओ डी एफ होना चाहिए। टेलीफोन सम्मेलन के अवसर पर स्पेशल चीफ सचिव मुख्यमंत्री श्री सतीश चंद्र स्वास्थ्य व तबाबत नगर एडमिनिस्ट्रेशन, पंचायत राज, स्वच्छ आंध्र निगम के अधिकारी मौजूद थे।