डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोदर राज नरसिम्हा ने आज अवाम और सियासी जमातों पर ज़ोर दिया कि वो अपने तमाम इख़तिलाफ़ात को फ़रामोश करते हुए आइन्दा तीन साल के दौरान तेलंगाना की दुबारा तामीर की मसाई के लिए ख़ुद को वक़्फ़ करदें क्यूंकि मर्कज़ ने अलाहिदा तेलंगाना के क़ियाम का तहय्या करलिया है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने आज यहां इंदिरा प्रियादर्शनी आडीटोरीयम में तेलंगाना अदेवगा सिंघला डायरी 2014 ( यानी तेलंगाना मुलाज़िमीन की डायरी) की रस्म इजराई के मौके पर किताब के दौरान सीमांध्र क़ाइदीन की सख़्त मज़म्मत की और इल्ज़ाम लागया कि ये क़ाइदीन रियासत की तक़सीम के अमल को रोकने की नाकाम कोशिशों में मसरूफ़ हैं।
दामोदर राज नरसिम्हा ने दावे किया कि पिछ्ले रोज़ उन्होंने कांग्रेस की सरबराह सोनिया गांधी से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत सीमांध्र कांग्रेस क़ाइदीन की धमकीयों और मुख़्तलिफ़ गोशों से डाले जाने वाले सियासी दबा के बावजूद अलाहिदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम का तहय्या करचुकी है।
उन्होंने इस तास्सुर का इज़हार किया कि इलाके तेलंगाना ,सीमांध्र क़ाइदीन के मुबय्यना जांबदाराना रवैय्ये के सबब पिछ्ले छः दहाईयों से मुसलसिल ना इंसाफ़ियों का शिकार होता रहा है और इस मरहले पर मर्कज़ ने तेलंगाना को अलाहिदा रियासत का मौक़िफ़ देने से मुताल्लिक़ अपने वाअदे की पाबंदी की है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने सीमांध्रई कुव्वतों पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि उन्हें इस इलाके के अवाम से कोई हमदर्दी नहीं हैं बल्कि महिज़ सियासी फ़वाइद के लिए रियासत की तक़सीम के ख़िलाफ़ साज़िशें कररहे हैं।