नई दिल्ली: कांग्रेस ने संसद कल बुधवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के लिए अपनी रणनीति पर आज अपने एक महत्वपूर्ण बैठक में चर्चा की। उम्मीद है कि नोटों की रद्द करने और अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर कांग्रेस अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ संसद में पूरी शिद्दत के साथ आवाज उठाएगी। सरकार और दूसरी विपक्षी पार्टी द्वारा मांगी गई सर्वदलीय बैठकों से पहले कांग्रेस ने अपना यह बैठक का आयोजन किया।
सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक ने अपने इस सिद्धांत व्यक्त किया कि नोटों को रद्द करने के निर्णय के क्रियान्वयन से पहले भाजपा को इस गोपनीय निर्णय से परिचित करवाने के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में सवाल किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कल आरोप लगाया किया कि नोटों के रद्द की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री ने इसकी जानकारी खुद अपनी पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं को दी थी। कांग्रेस इस मसले पर सरकार को हाशिए पर लाने और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रही है।