तेलंगाना राष्ट्र समिती के सरबराह के चन्द्रशेखर राव ने सदर नशीन यू पी ए सोनिया गांधी से मुलाक़ात करते हुए तेलंगाना अवाम के देरीना मुतालिबे को पूरा करने पर इज़हार-ए-तशक्कुर किया। उन्होंने कांग्रेस में टी आर एस के इंज़िमाम के इमकान पर जारी क़ियास आराईयों के दरमियान कल मुलाक़ात की।
बाद में ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए के चन्द्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना बिल की मंज़ूरी पर इज़हार-ए-तशक्कुर के लिए उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाक़ात की है। उन्होंने बताया कि उनके तमाम अरकाने ख़ानदान ने सोनिया गांधी का शुक्रिया अदा किया। दोनों पार्टियों के दरमियान इमकानी इत्तिहाद के ताल्लुक़ से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सियासी मौज़ू पर बातचीत नहीं हुई। अलबत्ता उन्होंने ये कहा कि ए आई सी सी जनरल सेक्रेटरी व इन्चारज आंध्र प्रदेश उमूर दिग्विजय सिंह उनसे रब्त रखे हुए हैं।
के चन्द्रशेखर राव ने तेलंगाना के ख़द्द-ओ-ख़ाल की तफ़सीलात से सोनिया गांधी को वाक़िफ़ करवाया। इसके इलावा उन्होंने रियासत तेलंगाना की इंतिज़ामी ज़रूरियात की तफ़सील बताई और मर्कज़ से ख़ाहिश की कि तरजीही असास पर उन्हें पूरा किया जाये।
उन्होंने कहा कि मौजूदा आंध्रा प्रदेश कैडर में सिर्फ़ 27 आई ए एस 10 आई पी एस और 15 आई एफ़ एस ऑफीसर हैं जिनका ताल्लुक़ तेलंगाना से है । ये तादाद दरकार 50 आई ए एस 35 आई पी एस और 35 आई एफ़ एस से कम है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के ऑल इंडिया सर्विस ऑफसरों की कसीर तादाद दीगर रियासतों में बरसर-ए-कार है और उन्हें कम अज़ कम 5 साल के लिए तेलंगाना में डिप्यूटेशन पर रखा जा सकता है। के चन्द्रशेखर राव ने तेलंगाना में ऑल इंडिया इंस्टीटियूट आफ़ मेडीकल साइंसेस और इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ मेनजमेंट क़ायम करने का भी मुतालिबा किया।
उन्हों ने कहा कि तेलंगाना को आबपाशी प्राजेक्टस के लिए ख़ुसूसी रियासतों के ज़ुमरे में शामिल किया जाना चाहिए और एन टी पी सी से 500 मेगावाट बर्क़ी कम अज़ कम तीन साल के लिए मुख़तस की जानी चाहिए।