सोनिया से मिले लालू इत्तेहाद तोड़ने की गलती कुबूली

राजद चीफ लालू प्रसाद ने मंगल के रोज़ कांग्रेस सदर सोनिया गांधी से मुलाकात की और बाद में कांग्रेस के साथ इतेहाद तोड़ने (साल 2009) जैसी गलती नहीं दोहराने का अज़्म लिया। लालू ने करीब दस मिनट की बैठक के बाद बताया कि सोनिया ने कहा है कि वह इत्तेहाद के मुददे पर बहस के लिए अगले महीने फिर से उनसे मुलाकात करेंगी।

उन्होंने कहा कि वह पूरे यकीन के साथ कह सकते हैं कि इस बार कांग्रेस-राजद-लोजपा इतेहाद होगा और यह बिहार, झारखंड और दिगर जगहों पर ‘फिर्कावाराना ताकतो ’ को रोकेगा। उन्होंने इस मौके पर राहुल गांधी के कियादत की तारीफ करते हुए कहा कि यह नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल से ‘लाखों गुना बेहतर’ है।

लालू ने सहाफियों से कहा कि , ‘मैं पूरे यकीन के साथ कह रहा हूं कि हम फिर्कावाराना ताकतों के खिलाफ सभी सेक्युलर पार्टी को एकजुट करेंगे। कांग्रेस आल इंडिया भारतीय, मजबूत और सेक्युलर पार्टी है। इससे पहले भी हम एकजुट हुए थे, आज भी हैं और मुस्तकबिल में भी रहेंगे। मैं इसके लिए कुछ भी कुर्बान करूंगा।’ उन्होंने कहा कि मैं किसी भी कीमत पर फिर्कावाराना ताकतों को इक्तेदार (सत्ता) हथियाने नहीं दूंगा। यह मेरा ख्वाब है।

लोजपा और राजद ने साल 2009 लोकसभा इंतेखाबात में कांग्रेस से इत्तेहाद किये बगैर मिलकर इलेक्शन लड़ा था। राजद ने सिर्फ चार, कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं और लोजपा खाता भी नहीं खोल पाई थी।

महाभारत के मिसाल मे लालू ने कहा कि उस वक्त कांग्रेस ने सिर्फ पांच गांव मांगे थे। यह हमारी भूल थी कि हमने उन्हें नहीं दिया। अब, यह फिर से नहीं होगा। हमारा इत्तेहाद लोजपा और कांग्रेस से है। मैंने गलती की थी। लोजपा चीफ रामविलास पासवान के इस बार उनकी पार्टी को कमतर आकने को लेकर राजद से नाराज होने की अटकलों पर, लालू ने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं। मैं पासवान या किसी दूसरे से नाराज नहीं हूं। हम एक साथ हैं।