सोने और चांदी की क़ीमत में नुमायां कमी

सोने की क़ीमत में आज 125 रुपय की कमी वाक़्य हुई और फ़ी तौला 31 हज़ार 575 रुपय रिकार्ड की गई। इस क़ीमती धात की तलब में कमी और रुपय की क़दर में इस्तिहकाम के बाइस ये सूरत-ए-हाल पैदा हुई है। चांदी की क़ीमतों के मामले में भी यही रुजहान देखा गया और 400 रुपय कमी के साथ उस की क़ीमत 60 हज़ार 600 रुपय फ़ी केलो रही।

सनअती यूनिट्स और चांदी का सके तैय्यार करने वालों ने ख़रीदी में ज़्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। ताजरीन ने तलब में कमी के इलावा शरध को भी एक अहम वजह क़रार दिया है क्योंकि हिन्दू अक़ीदे के मुताबिक़ ऐसे दिनों में कोई भी नई चीज़ की ख़रीदारी को बदशगुनी तसव्वुर किया जाता है।

बैन-उल-अक़वामी(अंताराष्टि) मार्किट में डोंलर के मुक़ाबले रुपय की क़दर मुस्तहकम(मूल्य स्थिर) होने की वजह से दरआमदात सस्ती होगई हैं। इस के अलावा सरमाया कार अब अपने फंड्स को सराफा बाज़ार की बजाय हिसस मार्किट(शेयर मार्किट) में मशग़ूल(व्यस्त) कररहे हैं।