सोशल मीडिया: मोदी रिश्वत लेते हैं

दिल्ली: मंगलवार, 15 नवम्बर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने नोटबंदी पर प्रस्ताव पेश करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि 2012 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए आदित्य बिड़ला ग्रुप से पच्चीस करोड़ रूपये की घूस लेने का आरोप लगाया।

केजरीवाल ने विधानसभा में आयकर विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी पर घूस लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर 2011 को आदित्य बिडला ग्रुप के दफ्तर पर आयकर विभाग की छापेमारी में लैपटॉप और मोबाइल ज़ब्त किये गए थे। इस लैपटॉप से मिले दस्तावेज में एक एंट्री मिली जिसमें लिखा है ‘गुजरात सीएम-25 करोड़’ आगे ब्रैकेट में लिखा है 12 करोड़ डन- बाकी। इस एंट्री के बारे में सवाल किये जाने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

केजरीवाल ने आगे कहा, “अगर उस समय के सभी दस्तावेजों की जांच की जाए तो ऐसा प्रतीत होते है कि आदित्य बिड़ला ग्रुप ने अपने रुके हुए प्रोजेक्टों को पास कराने के लिए यह रिश्वत मोदी को दी होगी”।

इसके बाद आम आदमी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से  वह दस्तावेज भी ट्वीट किया जिसकी बुनियाद पर उन्होंने यह आरोप लगाया है।

केजरीवाल के इस आरोप के बाद से अन्य ट्विटर यूजर्स भी मोदी पर हमलावर हो गए और #ModiTakesBribe ट्रेंड करने लगा।

शिरीष कुंदर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा की अगर मोदी एक आम आदमी की तरह बैंक की लाइन में लगे तो उन्हें 4500 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से अपने 25 करोड़ रूपये बदलने में 152 साल लग जायेंगे.

https://twitter.com/ShiriishKunder/status/798511128720588800?ref_src=twsrc%5Etfw

आप नेता संजय सिंह ने लिखा, “मोदी ने बिड़ला ग्रुप से 25 करोड़ रु रिश्वत ली,अमीरों का 1.14 लाख करोड़ माफ़ कर दिया,मोदी अमीरों के साथ,ग़रीबों के ख़िलाफ़”

अन्य यूजर ने भी इस मुद्दे पर लगातर #ModiTakesBribes के साथ ट्वीट किये जिनमें से चुनिन्दा यहाँ हाज़िर हैं:

https://twitter.com/_MiteshPatel/status/798524343810560000?ref_src=twsrc%5Etfw

इस दौरान कुछ ट्विटर यूजर ने बेहद वाजिब सवाल भी उठाये। इन ट्वीट को पढ़ें:

प्रदीप दयानी: कोई भी चुनावों के राजनीतिक बजट पर क्यों नहीं बोल रहा? इन्हें कौन स्पोंसर करता है?