मारूफ़ समाजी जहदकार, फ़ाओनडर एन जी आर्गेनाईज़ेशन पराजवाला-ओ-युद्धवीर मेमोरियल एवार्ड याफ़ता डॉ सुनीता कृष्णन ने कहा कि तरक़्क़ी याफ़ता दैर जदीद में सोश्यल मीडीया और इंटरनेट जैसी टेक्नोलोजी के बेजा इस्तेमाल के नतीजे में प्यार-ओ-मुहब्बत, शादी और दुसरे काम के नाम पर कई मासूम लड़कीयां और ख़वातीन जिन्सी हरासानी और ज़ुलम-ओ-ज़्यादती का शिकार होरही हैं और अक्सर लड़कीयां और ख़वातीन जिस्मफरोशी के माफ़िया की तरफ से इस्तिहसाल का शिकार होरही हैं जिस पर क़ाबू पाना एक चैलेंज बना हुआ है।
डॉ कृष्णन फ़यापसी आडीटोरीयम में युद्धवीर फ़ाउंडेशन के ज़ेरे एहतेमाम अपने एज़ाज़ में तर्तीब दिए गए 24 वां युद्धवीर मेमोरियल एवार्ड फंक्शन के हुसूल के बाद मुख़ातिब कररही थीं।
उन्होंने बताया कि आज मुल्क भर में आए दिन जिन्सी हरासानी और इस्मत रेज़ि के वाक़ियात में इज़ाफ़ा होता जा रहा है और हर 10 मिनट में एक लड़की किसी ना किसी ज़ालिम की हवस का निशाना होरही है। इस के बावजूद हमारे मुल्क में इस पर कोई तवज्जा नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कई एसी लड़कीयां जो सोश्यल मीडीया के इस्तेमाल या किसी के झांसे में आकर अपने घरों से राह-ए-फ़रार इख़तियार करके कई मसाइल से दो-चार हैं और वो बदक़िस्मती से जिस्मफरोशी के माफ़िया के चंगुल में हरासानी और अज़ीयत रसानी में मुबतला हैं।
उन्होंने बताया कि जिस्मफरोशी के अड्डों पर ना सिर्फ़ ग़रीब बल्कि अमीर और मुतवस्सित तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाली लड़कीयां भी इस का शिकार हैं जिस को बहुत कम लोग जानते हैं।
उन्होंने बताया कि अनक़रीब जिन्सी हरासानी की शिकार औरतों की बाज़ आबादकारी के लिए हैदराबाद में एक सेंटर क़ायम किया जाएगा जिस के लिए 2 एकड़ अराज़ी की ज़रूरत है।
उन्होंने डॉ कृष्णन की ख़िदमात को भरपूर ख़िराज-ए-तहिसीन पेश किया। इस मौके पर एडीटर रोज़नामा सियासत ज़ाहिद अली ख़ां के अलावा डॉ बजरंग लाल गुप्ता, डॉ प्रीतम सिंह मौजूद थे। क़ब्लअज़ीं चैरमैन फ़ाउंडेशन नरेंद्र लूथर के हाथों डॉ कृष्णन को एवार्ड अता किया गया जबकि डॉ कृष्णन के इदारा पराजवाला को एडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां की तरफ से एक लाख रुपये का अतीया दिए जाने का एलान भी किया गया।