नई दिल्ली – आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने कहा है कि मुस्लिम ख्वातीनो के साथ भेदभाव को वजह बता के सुप्रीम कोर्ट का इस्लामिक कानून पे जाँच कानूनन गलत है .
इंडिया टीवी से बातचीत में बोर्ड के सीनियर रुकून मौहम्मद अब्दुल राहुल कुरैशी ने कहा “सुप्रीम कोर्ट का फैसला कानूनन गलत है क्युकी मुस्लिम कानून इस्लाम मज़हब का ज़रूरी हिस्सा है .भारत में संविधान का आर्टिकल 25 मज़हब की आज़ादी को पुख्ता करता है .”
कुरैशी ने आगे कहा कि तलाक के तरीके को समझना जरुरी है तलाक के बाद खातून किसी दुसरे से शादी के लिये आज़ाद है .कुरैशी ने सोसल मीडिया (फेसबुक ,व्हाट्स अप्प ,ईमेल ) या फ़ोन से दिये गये तलाक को भी सही बताया .