मदुराए अक्टूबर 29 (पी टी आई) हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद करते हुए कि वो मुख़्तलिफ़ स्काम्स में मुबय्यना तौर पर मुलव्वस अफ़राद को मत्लबबरारी पर मबनी निशाना बना रहा , बी जे पी लीडर एल के अडवानी ने आज कहा कि हुकूमत किसी भी तहक़ीक़ात से ख़ुद को बचाने की दानिस्ता कोशिश कर रही है।
बी जे पी लीडर जो रिश्वत सतानी के ख़िलाफ़ अपनी यात्रा के दूसरे मरहला मैं मदुराए पहुंचे हैं कहा कि, अस्क़ामस में कांग्रेस के बाअज़ क़ाइदीन के मुबय्यना रोल और उन के तआवुन की तहक़ीक़ात की जानी चाहीए जबकि यू पी ए हुकूमत से वाबस्ता हलीफ़ पार्टीयों के कई वुज़रा को सज़ा-ए-दी गई है।
हुक्मराँ पार्टी ख़ुद को होशयारी के साथ बचाते हुए अस्क़ामस मुआमला में अंजान हो गई है। इस ताल्लुक़ से कई मुतालिबात किए जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी के बाअज़ अरकान और सीनीयर क़ाइदीन के अस्क़ामस में मुलव्वस होने और उन के रोल पर तहक़ीक़ात करवाई जाये।
लेकिन इन मुतालिबात को अब तक क़बूल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि गुज़श्ता दो साल से हालात निहायत ही मायूसकुन हो गए हैं क्यों कि हिंदूस्तान की आज़ादी की तारीख़ में पहली मर्तबा कई अस्क़ामस रौनुमा हुए हैं। मर्कज़ी हुकूमत के कई अरकान अस्क़ामस में मुलव्वस क़रार दिए जा रहे हैं।
इन क़ाइदीन को ना सिर्फ उन के ओहदों से हटाया जाना चाहीए बल्कि जो लोग अस्क़ामस में मुलव्वस हैं उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल में महरूस रखा जाना चाहिए।
ये कोई भी नहीं कह सकता कि इन क़ाइदीन में से कौन अपने साथीयों के साथ जेल में रहना चाहेगा। नोट बराए वोट अस्क़ाम का हवाला देते हुए ईल के अडवानी ने कहा कि इस वाक़िया ने हिंदूस्तानी जमहूरीयत के दामन को दागदार कर दिया और रिश्वत देने वालों के बजाय जिन अफ़राद ने रिश्वत दिए जाने का इन्किशाफ़ क्या उन्हें सज़ा-ए-दी गई।
कांग्रेस लीडर द्विगविजय सिंह के इन रिमार्कस पर कि रिश्वत सतानी के ख़िलाफ़ अनाहज़ारे की मुहिम के पीछे बी जे पी और आर ऐस उसका मंसूबा कारफ़रमा है , अडवानी ने कहा कि उन्हें ये जान कर हैरत होती है कि द्विगविजय सिंह जैसे सीनीयर क़ाइद बार बार इस तरह के तबसरे कररहे हैं। ख़ुद उन की पार्टी ने उन के ब्यानात से इज़हार लाताल्लुक़ किया है।
कर्नाटक में बी जे पी क़ाइदीन के ख़िलाफ़ रिश्वत सतानी के इल्ज़ामात पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अडवानी ने कहा कि पार्टी में बद उनवान अफ़राद के ख़िलाफ़ कोई नरम रवैय्या इख़तियार नहीं किया गया।
किसी भी किस्म की रिश्वत हो, पार्टी ऐसे अफ़राद को बर्दाश्त नहीं कररही ही। जहां तक बी जे पी का ताल्लुक़ ही, ये हर कोई जानता है कि लोक आयवकत की रिपोर्ट आने के साथ ही साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर यदि यूरप्पा को अस्तीफ़ा देने के लिए कहा गया। बी जे पी में बद उनवान अफ़राद के साथ नरमी नहीं बरती जाती।
कोड़नकलम न्यूक्लीयर पावर प्राजैक्ट के तनाज़ा पर उन्हों ने कहा कि इस प्राजैक्ट के ताल्लुक़ से एहतियात बरती जानी चाहिए।