स्कालर शिपस से 95 लाख से ज़्यादा मुस्लिम तलबा (स्टुडेंट्स)का इस्तिफ़ादा

हुकूमत की माक़बल मैट्रिक स्कालर शिपस स्कीम से जारीया साल ख़त्म मार्च तक 95 लाख से ज़्यादा मुस्लिम तलबा (स्टुडेंट्स)ने इस्तिफ़ादा किया । मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए अक़ल्लीयती उमूर विन्सेंट ऐच पाला ने लोक सभा में एक सवाल का जवाब देते हुए ये इन्किशाफ़ किया ।

उन्हों ने कहा कि 95 लाख से ज़्यादा मुस्लिम बच्चों ने प्री मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम से इस्तिफ़ादा किया है । ये स्कीम 2008-09 में शुरू की गई थी और ग्यारहवीं पनचसाला मंसूबा के ख़त्म तक यानी 31 मार्च 2012 -तक 95 लाख से ज़्यादा मुस्लिम तलबा (स्टुडेंट्स)ने इस से इस्तिफ़ादा किया ।

जारीया साल के दौरान इस के लिए मुख़तस की जाने वाली रक़म में 50 फ़ीसद इज़ाफ़ा किया गया । 2011-12 में 600 करोड़ रुपये की रक़म मुख़तस की गई थी और 2012-13 -में ज़्यादा अक़ल्लीयती तलबा (स्टुडेंट्स)को इस स्कीम में शामिल करने के मक़सद से उसे 900 करोड़ रुपये करदिया गया ।

एक और सवाल के जवाब में वज़ीर-ए-ममलकत बराए अक़ल्लीयती उमूर ने कहा कि स्कालरशिप स्कीमस बराए अक़ल्लीयती तबक़ात के तलबा-की तादाद में इज़ाफ़ा की कोई तजवीज़ नहीं है

। उन्हों ने कहा कि बारहवीं पनचसाला मंसूबा में जो मंसूबा बंदी कमीशन की सिफ़ारिशात के मुताबिक़ तैय्यार किया जा चुका है स्कालरशिप स्कीमस में इज़ाफ़ा से तमाम अहल अक़ल्लीयती तलबा (स्टुडेंट्स)तक इस में तौसीअ(विसतार) देने के मुतालबों का आग़ाज़ होजाएगा ।

तलबा (स्टुडेंट्स)ऑनलाईन स्कालरशिप इंतिज़ामीया सिस्टम के तहत मेरिट कम मेन्स की बुनियाद पर स्कालरशिप स्कीम से इस्तिफ़ादा के लिए दरख़ास्त दे सकते हैं ।