स्वामी विवेकानंद और सुभाष चंद्र बोस की ज़िन्दगी के बारे में पाठ स्कूली किताबों से हटाने की कोशिश पर केंद्रीय सूचना आयोग ने एन.सी.आर.टी की खिंचाई करते हुए उनसे ऐसा किये जाने की वजह जाहिर करने के लिए कहा है। उन्होंने एन.सी.आर.टी को यह बताने के लिए कहा कि कक्षा 12 की इतिहास की किताब में विवेकानंद पर 1237 शब्दों के लेख को कम कर सिर्फ 37 शब्द तक क्यों छोड़ दिया गया और कक्षा 8 की किताब में तो पूरी तरह से लेख हटा दिया गया है। उन्होंने एन.सी.आर.टी में अन्य मश्हूर हस्तियों को किताबों में शामिल न किये जाने की निंदा भी की है।