स्कॉलरशीप घोटाले पर एसेम्बली में ओपोजिशन ने की सीबीआइ जांच की मांग

पटना : स्कॉलरशीप घोटाले को लेकर भाजपा समेत एनडीए ने एसेम्बली में हंगामा किया. शून्यकाल में आसन द्वारा विनोद कुमार सिंह, विजय कुमार सिन्हा, तारकिशोर प्रसाद, भागीरथी देवी और राणा रणधीर द्वारा इस मामले में दिये गये कार्यस्थगन को अमान्य कर दिया गया. इसके बाद मुख्य ओपोजिशन भाजपा, रालोसपा व लोजपा के सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर सरकार से इस मामले पर बहस कराने की मांग करने लगे. ओपोजिशन के लीडर प्रेम कुमार की मांग थी कि रियासत के स्टूडेंट्स के नाम पर घोटला हुआ है. स्कॉलरशीप के अभाव में बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स को काॅलेजों से निकाला गया है. पटना के 22 स्कूलाें का मामला भी इसमें शामिल हैं. सरकार इस मामले की सीबीआइ जांच करावे. करीब 20 मिनट तक भाजपा सदस्य इसकी मांग करते रहे.

हालांकि भाजपा के सदस्यों के विरोध करने का अंदाज भी अलग था. शून्यकाल में जब भाजपा सदस्योंको अपनी सूचना पढ़नी होती तो वे अपनी सीट से ही सूचना पढ़ देते पर जैसे ही सत्ता पक्ष के सदस्यों की बारी आती वह हंगामा करने लगते. इसका उदाहरण रहा नंद किशोर यादव द्वारा ध्यानाकर्षण की सूचना को सभी सदस्यों ने ध्यान से सुना और उस पर बहस भी हुई पर जैसे ही बारी कांग्रेस के अजीत शर्मा के ध्यानाकर्षण की आयी वैसे ही भाजपा के सदस्य जोर-जोर से हंगामा करने लगे. इसे खीझकर अजीत शर्मा ने कहा की दूसरे सदस्य की बारी आयी तो जवाब सुनने ही नहीं दिया. हंगामे के बीच ही शून्यकाल की सूचना सदस्यों ने पढ़ा.