रांची : फलाह महकमा बीपीएल एससी, एसटी, पसमांदा जाति व अक्लियत स्टूडेंट्स को प्री व पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशीप देती है। स्कॉलरशीप के लिए फंड नहीं रहने और इसकी ट्रांसप्रेन्सी अमल नहीं होने से स्टूडेंट्स को परेशानी होती है। खास कर पसमांदा तबके के स्टूडेंट्स के साथ इन्साफ नहीं हो पाता। अब हुकूमत स्कॉलरशीप मद में रक़म का अलोटमेंट करेगी और स्कॉलरशीप मंजूर करने की अमल सरल करेगी। फलाह महकमा ने अादिम जनजातियों (पीटीजी) के तरक्की के लिए आदिम जनजाति विकास प्राधिकार की तशकील का भी परपोजल तैयार किया है। इसकी मदद से रियासत के कुल 77 हजार आदिम जनजातीय लोगों के सेहत और तालीम के साथ-साथ इक्तेसादी तरक्की के काम किये जायेंगे। साथ ही तमाम पीटीजी अहले खाना को अब फिर से महान 35 किलो अनाज मुफ्त दिये जायेंगे। पहले भी अनाज मुफ्त मिलता था, पर फ़ूड सिक्यूरिटी एक्ट लागू होने के बाद इन्हें एक रुपये फी किलो की शरह से अनाज मिल रहा था।
संताल परगना इलाके में पहाड़िया इसका मुखालिफत भी कर रहे हैं। अब सरकार ने सभी पीटीजी के मुफाद में यह फैसला किया है। अनुसूचित जनजातियों के लिए आर्ट व कल्चर सेंटर जैसे मांझी, परगना, पराहा, मानकी मुंडा व धुमकुड़िया हाउस भी बनाये जायेंगे। रियासत के तमाम जिलों में पैन, आइआइटी, एलुमनी रीच फॉर इंडिया फाउंडेशन के ज़रिये से रियासत में 25 गुरुकुल की स्थापना की जा रही है। यहां एसटी एससी , पसमांदा जाति और अक्लियत तबके के बेरोजगार नौजवान को स्वरोजगार मुहैया कराने के लिए मुख्तलिफ ट्रेडों में तरबियत किया जायेगा।