स्टाइपेंड का मामला : ऑनलाइन प्रोसेस में सेंध लगा कर हो रही है लूट

फ्री में एमबीए कराने के नाम पर सरकारी स्टाइपेंड की लूट हो रही है। रियासत के बाहर के तालीमी अदारों यहां के स्टूडेंट्स को ठग रहे हैं। बगैर एडमिशन ही तालिबे इल्म के नाम पर स्टाइपेंड निकाले जा रहे हैं। इस खेल में दिल्ली का एक कॉलेज पूरी तरह सरगर्म है। नाम है एरि सोल्वर स्कूल ऑफ बिजनेस। इस कॉलेज ने बिना एडमिशन के ही 13 तालिबे इल्म से करीब सात लाख रुपए ठग लिए हैं। दारुल हुकूमत समेत रियासत के दीगर जिलों के स्टूडेंट्स के दस्तावेज लेकर उनके नाम से ऑनलाइन दरख्वास्त भरकर स्टाइपेंड निकाल रहे हैं। यह खुलासा रांची की तालिबा मोनी कुमारी ने किया है।

मोनी ने कॉलेज के स्टॉफ का विजिटिंग कार्ड और मोबाइल नंबर भी दिया है। साथ ही स्टूडेंट्स से भरवाए जाने वाले दरख्वास्त का फॉर्मेट भी सौंपा। मोनी ने तहरीरी तौर से इसकी जानकारी जिला बोहबुद ओहदेदार नीरज कुमारी को दी है। अबतक हुई जांच के बाद नीरज कुमारी ने इस मामले की रिपोर्ट बोहबुद महकमा के सेक्रेटरी सुनील वर्णवाल को भेज दी है। इसमें मोनी कुमारी और उसकी दो बहनों को स्टाइपेंड देने पर दुबारा गौर करने समेत पूरे मामले की जांच करने की दरख्वास्त किया गया है। मालूम हो कि फर्जी एडमिशन के नाम पर स्टाइपेंड घोटाला… अखबार में खबर शाया हुयी थी। इसके बाद हुई जांच में इसकी तसदीक़ हुई है। इसके बाद जिला बोहबुद शाख ने मामले की संजीदगी को देखते हुए मोनी को नोटिस भेजकर पूछताछ की।

मोनी ने भी स्टाइपेंड के लिए दिया फर्जी दस्तावेज

जांच में पता चला है कि मोनी कुमारी के वालिद घाटो में टाटा कोलियरी में काम करते हैं। उनका तंख्वाह 30 हजार रुपए फी माह है। इसके बावजूद मोनी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से अपना और दोनों बहनों का फर्जी इनकम सर्टिफिकेट बनवा कर स्टाइपेंड के लिए कॉलेज में जमा कराया था। इसके बाद सुबूतों को छुपाकर फर्जी तरीके से स्टाइपेंड लेने के लिए दरख्वास्त भरा गया। जांच में फंसने के बाद बोहबुद महकमा में पूछताछ के दौरान मोनी ने कबूला कि उसके 7-8 दोस्तों ने भी फर्जी सर्टिफिकेट पर स्टाइपेंड के लिए दरख्वास्त भरा है।

धमका कर कॉलेज ने वसूली रकम

मोनी की इत्तिला पर जब डीडब्ल्यूओ नीरजा कुमारी ने कॉलेज के अमित डे से फोन पर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि कॉलेज की तरफ से 126 स्टूडेंट्स के नाम से स्टाइपेंड के लिए ऑनलाइन दरख्वास्त भरा गया है। 26 स्टूडेंट्स को स्टाइपेंड मिल चुका है। इनमें से 13 स्टूडेंट्स से स्टाइपेंड के पैसे फीस के मद में ले लिए गए हैं। इन तमाम का एडमिशन 2014-15 में करके कोर्स शुरू करेंगे। कॉलेज ने ई-बोहबुद के नाम पर स्टाइपेंड हासिल करने वाले तालिबे इल्म को एसएमएस भेजकर धमकाते हुए रकम वसूली है।