हैदराबाद 26 मार्च: एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने यूनीवर्सिटी आफ़ हैदराबाद में पुरअमन एहतेजाजी स्टूडेंट्स के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्यवाईयों की मज़म्मत की है और मुतालिबा किया है कि उन्हें फ़ौरी रिहा किया जाये।
एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने कहा कि यूनीवर्सिटी कैम्पस में 22 मार्च को पुलिस की तरफ से ताक़त के बे-तहाशा इस्तेमाल की आज़ादाना तहक़ीक़ात होनी चाहिऐं।
एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आकार पटेल ने कहा कि एहतेजाज कर रहे स्टूडेंट्स के ख़िलाफ़ अत्याचार का किसी भी हालत में कोई जवाज़ नहीं हो सकता। पुलिस की तरफ से ख़ातून स्टूडेंट्स के जिन्सी इस्तिहसाल और उनके साथ ज़्यादतियों की इत्तेलाआत की भी तहक़ीक़ात की जानी चाहिऐं और जो लोग इस तरह के हालात के ज़िम्मेदार हैं उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जानी चाहीए।
उन्होंने कहा कि जो कोई गै़रक़ानूनी कामों में शामिल पाए जाएं उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई बैन-उल-अक़वामी मयार क़ानून के मुताबिक़ होनी चाहीए। यूनीवर्सिटी आफ़ हैदराबाद के 25 स्टूडेंट्स और दो फैकल्टी को गिरफ़्तार करके मुख़्तलिफ़ मुक़द्दमात के तहत उन्हें जेल भेज दिया गया है।