पाकिस्तानी टीम इंतिज़ामीया में ये तास्सुर तेज़ी से उभर कर सामने आ रहा है कि स्पाट फिक्सिंग इल्ज़ामात के बाइस फ़ास्ट बौलर वहाब रियाज़ की कारकर्दगी पर गहरा असर पड़ा है और वो अपनी क्रिकेट को संजीदगी से नहीं ले रहे हैं। वहाब रियाज़ को मुत्तहदा अरब अमीरात में अफ़्ग़ानिस्तान और इंगलैंड के ख़िलाफ़ दो वंडे मैचों में खेलाया गया लेकिन वो मुतास्सिर कुन कारकर्दगी दिखा ना सके और मायूसकुन कारकर्दगी की वजह से अगले मुक़ाबलों में उन्हें मौक़ा नहीं दिया गया ।
मोहाली में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ वहाब रियाज़ ने6 रन दे कर पाँच खिलाड़ियों को आउट किया था। ताहम माहिरीन का कहना है कि इस वक़्त के वहाब रियाज़ और मौजूदा वहाब में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है। मई2011 को वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ वंडे मैच खेलने के बाद क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें ज़्यादा तर टीम से बाहर रखा, उस की वजह स्पाट फिक्सिंग बताई जाती है।
माह बाद वो अफ़्ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ शारजा में ऐक्शन में दिखाई दिए। वो नई गेंद पर अच्छी बौलिंग ना कर सके अलबत्ता पुरानी गेंद पर उन्हों ने दो खिलाड़ियों को आउट किया। इंगलैंड के ख़िलाफ़ पहले वंडे में उन्हों ने सात ओवर्ज़ में 7 रन दे कर दो खिलाड़ियों को आउट किया।
दरीं असना यूनुस ख़ान का कहना है कि वहाब रियाज़ का नाक़िस फ़ाम आरिज़ी है और उम्मीद है कि बाएं हाथ के फ़ास्ट बौलर की शानदार वापसी होगी ।