स्पीकर का इस्तीफ़ों को अलतवा रखना जमहूरीयत का क़तल : जनार्धन रेड्डी

हैदराबाद । 1 नवमबर । ( सियासत न्यूज़ ) स्पीकर की जानिब से अरकान असैंबली के अस्तीफ़ों को ज़ेर-ए-इलतिवा रखना जमहूरीयत के क़तल के मुतरादिफ़ है , डाक्टर एन जनार्धन रेड्डी ने आज ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए ये बात कही ।

उन्हों ने बताया कि आज मासिवा-ए-कांग्रेस के दीगर तमाम सयासी जमातों के फ़्लोर लीडर्स से बातचीत करते हुए उन से ख़ाहिश की कि वो स्पीकर पर दबाव डालें कि वो इस्तीफ़ा पेश करने वाले अरकान असैंबली के अस्तीफ़ों को क़बू.ल करते हुए उन के हुक़ूक़ का तहफ़्फ़ुज़ करें।

डाक्टर एन जनार्धन रेड्डी ने दावा किया कि रियास्ती असैंबली के 101 अरकान अपने ओहदों से इस्तीफ़ा पेश करचुके हैं लेकिन स्पीकर असैंबली 6 माह से ज़ाइद अर्सा से उन अस्तीफ़ों पर फ़ैसला नहीं कर पाए हैं। उन्हों ने बताया कि स्पीकर का ये इक़दाम रियासत में क़ानूनसाज़ असैंबली जैसे इदारे की जानिब से जमहूरीयत के क़तल के मुतरादिफ़ है ।

उन्हों ने मुतालिबा किया कि स्पीकर को चाहीए कि वो ताहाल अपने मकतूब अस्तीफ़ा से दसतबरदारी इख़तियार ना करने वाले तमाम अरकान असैंबली के अस्तीफ़ों को फ़ौरी मंज़ूर करते हुए आलामीया जारी करें।

डाक्टर एन जनार्धन रेड्डी ने बताया कि 294 रुकनी असैंबली में 101 अरकान के इस्तीफ़ा के बाद ये बात वाज़िह होगई है कि रियासत सयासी बोहरान का शिकार है और मुस्ताफ़ी होने वाले अरकान असैंबली अपने अस्तीफ़ों से दसतबरदारी के ख़ाहां नहीं हैं।