स्पेन आज भी मुसलमान दौर के विर्से का नायाब ख़ज़ीना है। गुज़िश्ता दिनों बार्सिलोना से तक़रीबन एक हज़ार किलो मीटर दूर स्पेन के मशरिक़ में वाक़े शहर (सबीहा) जिसे मुसलमानों के दौरे हुकूमत में अशबीलीह के नाम से जाना जाताथा इस शहर में फ़ोक्स फ़ाउंडेशन के ज़ेरे एहतेमाम क़दीम कुरआनी क़लमी नुस्ख़ों और ज़रूफ़ की नुमाइश मुनाक़िद की गई है।
नूर के नाम से इस नुमाइश में 9वीं सदी से 18वीं सदी तक मुसलमानों के रहन सहन और तहज़ीब और तमद्दुन की अक्कासी करती अशीया रखी गई हैं। 50 तारीख़ी अशीया दुनिया के 17 मुख़्तलिफ़ ममालिक से इकट्ठी की गई थीं।