स्मृति ईरानी से आर एस एस नुमाइंदों की मुलाक़ात

मुल्क की तारीख़ी कुतुब में बाज़ बे क़ाईदगियों को हज़फ़ करने और तमाम केलिए मियारी तालीम को काबुल-ए-बरदाश्त बनाने के लिए आर एस एस से मुल्हिक़ तंज़ीमों के नुमाइंदों , बी जे पी क़ाइदीन और वज़ीरे फ़रोग़ इंसानी वसाइल स्मृति ईरानी की आज यहां मुनाक़िदा एक मीटिंग में तबादला-ए-ख़्याल किया गया।

ये इजलास बी जे पी के इक़दामात का हिस्सा है कि हुकूमत और पार्टी और उसकी मुल्हिक़ तंज़ीमों के दरमियान शोबा तालीम को बेहतर बनाने केलिए मुनासिब राबते को यक़ीनी बनाया जाये। मुल्क में तालीम की बढ़ती लागत पर अपनी तशवीश ज़ाहिर करते हुए और उसे वाजिबी बनाने की सुई के साथ संघ‌ परिवार से मुल्हिक़ ग्रुपों ने मर्कज़ी क़ानूनसाज़ी पर ज़ोर दिया ताकि इबतेदाई सतह से आली तालीम के सतह तक तालीमी अख़राजात को बाक़ायदा बनाया जाये।

शरकाए इजलास ने मुल्क में तालीम के मियार को बेहतर बनाने पर ज़ोर दिया और तालीमी सिस्टम में अख़लाक़ी इक़दार की शमूलियत चाहिए। शोबा तालीम केलिए अपनी नौईयत की पहली मीटिंग में सीनियर आर एस एस क़ाइदीन कृष्ण गोपाल, सुरेश सोनी और दत्तात्रय हो सुबू ले के अलावा बी जे पी क़ाइदीन राम लाल और जे पी नड्डा नीज़ सिंह से मुल्हिक़ बाज़ सीनियर कारिंदे शरीक हुए।