अपोजिशन में बैठे लोग हमेशा हुकूमत और बरसरे इक़्तेदार पार्टी के लोगों की मु़खालिफत ही करें ज़रूरी नहीं है। एक मंज़र बुध को पार्लियामेंट में देखा गया, जब कांग्रेस की ख़्वातीन अरकाने पार्लियामेंट ने साबिक़ अदाकारा और वज़ीरे इन्सानी वसायल स्मृति ईरानी की खुलकर हिमायत की।
लोकसभा में बुध को ख़्वातीन अरकाने पार्लियामेंट में इत्तेहाद देखने को मिला, जब तृणमूल कांग्रेस रुक्न सुल्तान अहमद ने एचआरडी वज़ीर स्मृति ईरानी पर उनके एक्टिंग के करियर के बारे में कुछ तंज़ किया और कांग्रेस की दो अरकाने पार्लियामेंट स्मृति की हिमायत में सामने आईं।
दोपहर के खाने की इस्कीम के बारे सवाल पूछते हुए सुल्तान अहमद ने कहा कि वज़ीर लोगों के घरों में मॉडल बहू के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने सास-बहू पर उनके मशहूर टीवी सीरियल को पूरा देखा है और उन्हें उनसे बेहतर मुज़ाहिरे की उम्मीद है।
इस पर कांग्रेस रुक्न रंजीत रंजन और सुष्मिता देव ने अहमद के तंज फ़ौरी मुख़ालिफत की और कहा कि ऐवान से इसका कोई लेनादेना नहीं है। इसके बाद अहमद को पीछे हटना पड़ा।
बाद में एक सवाल पूछने से पहले सुष्मिता देव ने अहमद के तंज के लिए अफसोस जताया और स्मृति को मुबारक देते हुए कहा कि एक खातून के तौर पर उन्हें उनकी (स्मृति) कामियाबियों पर फख्र है। इस पर स्मृति ने उनका शुक्रिया भीअदा किया।