स्यारा मिर्रीख़, चांद की तरह नज़र नहीं आएगा डक्टर अरविंद

डक्टर अरविंद परनचपाए डायरेक्टर नहरू प्लैनेटेरियम मुंबई ने आज इस बात को ग़लत क़रार दिया कि 27 अगस्ट को स्यारा मिर्रीख़ चांद की तरह बड़ा नज़र आएगा।

एसी कोई बात वाक़्ये नहीं होगी जबकि इस तरह की ख़बरें महिज़ एक अफ़्वाह है। यहां हैदराबाद में पी टी आई से बात करते हुए डक्टर अरविंद ने कहा कि 27 अगस्ट को स्यारा मिर्रीख़ कुर्राह-ए-अर्ज़ से 346 मिलियन किलो मीटर के फ़ासिले पर होगा।

उन्होंने बताया कि मौजूदा तौर पर स्यारा मिर्रीख़ मशरिक़ी ख़ित्ता से देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हर 26 माह यानी दो साल और दो माह में दो सय्यारे कुर्राह-ए-अर्ज़ और स्यारा मिर्रीख़ दोनों एक दूसरे के क़रीब होते हैं।

उन्होंने बताया कि आइन्दा 14 अप्रैल 2014 को स्यारा मिर्रीख़ और ज़मीन एक दूसरे से इसी तरह क़रीब होंगे। ताहम कहा कि इस बात का कोई सवाल नहीं पैदा होता हैके स्यारा मिर्रीख़ उस तारीख़ को चांद की तरह बड़ा देखा जा सकेगा।