स्लॉटर हाऊस पर प्रतिबंध से चिड़िया घरों में खाद्य संकट

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में अवैध वेदियों (स्लॉटर हाऊस) पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण राज्य के नवाब वाजिद अली शाह जैविक विज्ञान उद्यान लखनऊ और कानपुर जैविक उद्यान में मांसाहारी जानवरों के लिए मांस की आपूर्ति मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वन और पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि अवैध स्लॉटर हाऊस पर प्रतिबंध के कारण इन दोनों चिड़िया घरों के मांसाहारी जानवरों के लिए मांस की आपूर्ति में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन देश के अन्य पक्षी घरों में मांसाहारी जानवरों भोजन उपलब्ध कराने में कोई समस्या नहीं है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के दोनों चिड़िया घरों के मांसाहारी जानवरों भैंस मांस जगह बकरे का मांस दिया जा रहा है। श्री हर्षवर्धन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पिछले चार साल के दौरान देश के स्वीकृत चिड़िया घरों में विभिन्न कारणों से 178 टाईगरों की मौत हुई है।

वर्ष 2013-14 में 45, 2014-15 में 45, 2015-16 में 48 और 2016-17 में 40 शेरों की मौत हुई है। उन्होंने कहा शेरों की मौत के मुख्य कारण बुढ़ापे, हृदय रोग, सांस बंद होना, निमोनिया और गुर्दे की विफलता थी। चिड़िया घरों में शेरों की मौत को रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं।