स्वदेशी के नारे पर अवाम से खिलवाड़ मोदी के बयान पर ज़ाहिद अली ख़ान का रद्द-ए-अमल

स्वदेशी के नाम पर अवाम के जज़बात से खिलवाड़ करने वाले नरेंद्र मोदी विदेशी नारे की बुनियाद पर हिंदुस्तान के वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदे का ख़ाब देख रहे हैं।

रुकन पोलीट ब्यूरो तेलुगूदेशम पार्टी जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने आज नरेंद्र मोदी के दौरा हैदराबाद और उनके बयान पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि जिस शख़्स को हिंदुस्तान से एक नारा ना मिल सका उस शख़्स को हिंदुस्तान का इक़तिदार कैसे मिल पाएगा।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने नरेंद्र मोदी की तरफ से बयान के आख़िरी हिस्से में इस्तेमाल किए गए नारे “Yes we can” और “Yes will do” को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जो ख़ुद को हिंदुस्तानी कहते हैं, उन्होंने नारा भी अमरीका से लिया है तो लोग उन पर कैसे यक़ीन करें कि वो हिंदुस्तान को चाहने वाले हैं।

उन्होंने बताया कि जिस अमरीका ने उन्हें वीज़ा देने से इनकार कर दिया, इस अमरीका के चुनाव में इस्तेमाल शूदा नारे की बुनियाद पर मोदी इक़तिदार का ख़ाब देख रहे हैं। उन्होंने याददेहानी कराई कि अमरीकी सदर बारक ओबामा ने 2008 में सदारती चुनाव के दौरान “Yes we can” का नारा दिया था और ईसी नारे की बुनियाद पर अफ़्रीक़ी नज़ाद ओबामा ने अमरीका में इक़तिदार हासिल किया था।

लेकिन हिंदुस्तान में नरेंद्र मोदी इस नारे के ज़रीये क्या पैग़ाम देना चाहते हैं, ये बात वाज़िह नहीं होपाई है। जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने मोदी के ख़िताब को बे सिम्त क़रार देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के तरक़्क़ी के दावे पहले ही झूटे साबित होचुके थे और अब नरेंद्र मोदी और ज़ाफ़रानी कुव्वतों का स्वदेशी नज़रिया भी खुल कर सामने आचुका है।

उन्होंने बताया कि तारीख़ इस बात की शाहिद हैके किस ने दूर गु़लामी में अंग्रेज़ों को मुजाहिदीन आज़ादी की मुख़्बिरी की थी और अब कौन ख़ुद को देश भगत साबित करने की कोशिश कररहा है।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने बताया कि मुल्क में स्वदेशी और विदेशी के नाम पर इख़तेलाफ़ात पैदा करनेवाली ज़ाफ़रानी स्वदेशी नज़रिया की हामिल कुव्वतों को चाहीए कि वो नरेंद्र मोदी के नारे पर अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करें। चूँकि नरेंद्र मोदी ने ये साबित कर दिया है कि वो उन्हें वीज़ा ना मिलने के बावजूद भी अमरीकी सामरा जीत के दिलदादा हैं।