स्वाइन फ्लू के मरीज़ों की तादाद में इज़ाफ़ा तशवीशनाक

स्वाइन फ्लू बीमारी के मुताल्लिक़ हुकूमत की तरफ से इख़तियार करदा रवैय्ये पर अवाम में नाराज़गी पाई जाती है। रियासत तेलंगाना में स्वाइन फ्लू के मरीज़ों की तादाद में बतदरीज इज़ाफ़ा देखा जा रहा है और ताहाल 10 अम्वात की तौसीक़ होचुकी है।

इसी तरह रियासत के मुख़्तलिफ़ अज़ला हैदराबाद में स्वाइन फ्लू के मरीज़ों की तादाद में होरहे इज़ाफे के मुताल्लिक़ जो रवैय्या सरकारी दवाख़ानों की तरफ से इख़तियार किया जा रहा है वो नाक़ाबिल फ़हम है।

पिछ्ले माह के दौरान 22 स्वाइन फ्लू के मरीज़ दवाख़ानों से रुजू हुए और तक़रीबन 8 मरीज़ों की मौत मज़कूरा बीमारी से वाक़्ये हुई है। इस के बावजूद सरकारी तौर पर इस बात की तरदीद करने की कोशिश की जा रही हैके स्वाइन फ्लू से कोई मौत वाक़्ये नहीं हुई है।

पिछ्ले दिनों गांधी हॉस्पिटल में एक हामिला ख़ातून की मौत और उस्मानिया हॉस्पिटल में एक शख़्स की मौत के बाद स्वाइन फ्लू से होने वाली अम्वात की तादाद 10 तक पहुंच चुकी है लेकिन इस के बावजूद महिकमा-ए-सेहत आम्मा की तरफ से इख़तियार करदा रवैय्ये से एसा महसूस होता हैके स्वाइन फ्लू के ताल्लुक़ से अवाम में शऊर बेदारी और हिफ़्ज़ान-ए-सेहत के इक़दामात के बजाये हुकूमत मसले को नजरअंदाज़ करने की पालिसी इख़तियार किए हुए है।

साल 2014के दौरान स्वाइन फ्लू मरीज़ों की तादाद में जो इज़ाफ़ा रिकार्ड किया गया है वो निहायत तशवीशनाक है और 2009की तरह स्वाइन फ्लू की वबा का पेशख़ैमा साबित होसकता है।

वज़ारते सेहत तेलंगाना की तरफ् से ये दावे किए जा रहे हैंके शहर के तमाम दवाख़ानों में स्वाइन फ्लू के ईलाज की अदवियात का वाफ़र स्टाक मौजूद है लेकिन सरकारी दवाख़ानों में शरीक स्वाइन फ्लू के मरीज़ों की हालत अबतर होती जा रही है।

मरीज़ के दिफ़ाई निज़ाम की कमज़ोरी के सबब अदवियात का फ़ौरी असर मुम्किन नहीं होता इसी लिए स्वाइन फ्लू बीमारी मोहलिक साबित होती है। डॉक्टर्स ने अवाम से अपील की हैके वो साफ़ सफ़ाई को यक़ीनी बनाने के साथ साथ ज़्यादा से ज़्यादा हाथ धोए और नफ़ासत इख़तियार करें। माहिरीन के बमूजब स्वाइन फ्लू के ज़्यादा तर ख़तरात हामिला ख़वातीन को होते हैं इसी लिए हामिला ख़वातीन को चाहीए कि वो एहतियाती तदाबीर इख़तियार करें।