नई दिल्ली: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर कहा कि अर्थशास्त्र एक अलग विषय है, देश का वित्त मंत्री किसी अर्थशास्त्री को बनाया जाना चाहिए,वकील को नहीं. नोटबंदी की तैयारियों पर सवाल खड़ा करते हुए उनहोंने कहा कि नोटबंदी के वह समर्थक हैं लेकिन इसे लागू करने को लेकर सरकार की तैयारियां कमजोर थीं.
प्रभात खबर के अनुसार, स्वामी ने कहा कि ढाई साल में वित्त मंत्रालय कोई तैयारी नहीं कर सका. उन्होंने एजेंडा आजतक कार्यक्रम में परोक्ष रुप से वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अर्थशास्त्र एक अलग विषय है. वकील लोग यह काम नहीं कर सकते. देश का वित्त मंत्री किसी अर्थशास्त्री को ही बनाया जाना चाहिए.’
गौरतलब है कि स्वामी को वित्त मंत्री अरुण जेटली का आलोचक माना जाता है, जो एक वकील हैं. इससे पहले कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में कोई मंत्री भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी जैसा योग्य नहीं है और मोदी को उन्हें अपना वित्त मंत्री बनाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘स्वामी ने 24 साल की उम्र में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर ली थी. इससे ज्यादा अर्थशास्त्र का विद्वान कौन हो सकता है.’ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को नोटबंदी पर जनता को आ रहीं परेशानियों के मद्देनजर ‘‘वित्त मंत्री अरुण जेटली की नाकामी को देखते हुए उन्हें तत्काल हटा देना चाहिए और स्वामी को वित्त मंत्री बनाया जाना चाहिए. जेटली का वित्त मंत्रालय से क्या लेनादेना.’ इस पर चुटकी लेते हुए स्वामी ने कहा कि सरकार अगर उन्हें बनाने वाली भी होगी तो दिग्विजय सिंह के बयान के बाद उनका रास्ता बंद हो जाएगा.