परावीन हलपानावर जो इस हिंदूस्तानी डेंटिस्ट के शौहर हैं जो आइरलेंड में इसक़ात-ए-हमल अंजाम देने की इजाज़त ना दिए जाने के बाद हमल से मुताल्लिक़ पेचीदगीयों के सबब फ़ौत होगईं,
इन का कहना है कि उन्हें फ़राहम करदा मेडीकल नोटिस में हमल साक़ित करने के लिए की गई उन की बार बार अपीलें शामिल नहीं हैं, लेकिन चाय और तोस के लिए मामूली दरख़ास्तों का ज़िक्र है। 31 साला स्वेता 28 अक्टूबर को गालवे यूनीवर्सिटी हॉस्पिटल में फ़ौत हुई।
परावीन ने कहा कि वो तमाम दीगर मालूमात बशमोल चाय और तोस और इज़ाफ़ी बलांकिट के लिए दरख़ास्तें रखते हैं, जो तमाम नोटिस में है, लेकिन इसक़ात-ए-हमल की दरख़ास्त से मुताल्लिक़ अहम मवाद मौजूद नहीं है।