हिंद-चीन कशीदगी के पस-ए-मंज़र में वज़ीर दिफ़ा ए के एंटोनी का बहाली एतिमाद इक़दामात का तज़किरा
ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा पर हिन्दुस्तानी और चीनी फ़ौजियों की सफ़ आराई के इंसिदाद के लिए ज़्यादा अमली और मूसिर निज़ाम के क़ियाम के लिए बात चीत जारी है और कोशिश की जा रही है कि एतिमाद बहाल करने के इक़दामात किए जाएं। वज़ीर दिफ़ा ए के एंटोनी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी और चीनी अफ़्वाज के दरमियान सफ़ आराई बद बख्ताना थी जिस की वजह ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा पर दोनों ममालिक के मुख़्तलिफ़ नज़रियात थे, वो हिन्दुस्तानी फ़िज़ाईया ने रस्मी तौर पर भारी माल बर्दारी तय्यारे C-17 की तैनाती के बाद प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दोनों ममालिक की अफ़्वाज के दरमियान ज़्यादा मुफ़ाहमत पैदा करने और सिफ़ारती ज़राए इस्तेमाल करने की कोशिशें की जा रही हैं। हम दोनों ममालिक की अफ़्वाज के दरमियान ज़्यादा मुफ़ाहमत पैदा करना चाहते हैं। सरहद पर ज़्यादा तादाद में अरकान अमला के इजलास और दीगर कई बहाली एतिमाद इक़दामात की तज्वीज़ें पेश की गई हैं। उन्होंने कहा कि बाअज़ इक़दामात पहले ही किए जा चुके हैं और बाअज़ इक़दामात आइन्दा किए जाएंगे ताकि एक एसा अमली और मूसिर निज़ाम क़ायम किया जाये जो उसे बद बख्ताना वाक़ियात का इंसिदाद किया जा सके ।
उन्होंने कहा कि फ़ौज दर अंदाज़ी के एसे वाक़ियात से मूसिर तौर पर निमटने के लिए आज़ाद है। वो ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा पर हिन्दुस्तानी और चीनी फ़ौजियों की सफ़ आराई के वाक़ियात के बारे में सवाल का जवाब दे रहे थे, एंटोनी ने कहा कि जब तक सरहदी तनाज़े की यकसूई नहीं होजाती, इस बात का इमकान है कि दोनों फ़रीक़ ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा के बारे में मुख़्तलिफ़ नज़रियात के बारे में एक दूसरे से मुतसादिम होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हालाँकि सरहद की सूरत-ए-हाल गैर यक़ीनी है लेकिन 12 से ज़्यादा मुतनाज़ा इलाक़ों के बारे में जो सरहद पर वाक़्य हैं, दोनों ममालिक में बेहतर मुफ़ाहमत पैदा हो चुकी है। इस के बावजूद भी बदबख़ती से सफ़ आराई के बाअज़ वाक़ियात पेश आए हैं। उन्होंने कहा कि फ़ौज एसे वाक़ियात से निमटने केलिए पूरी तरह आज़ाद है।